पटनाः वीआईपी के तीन विधायक के बीजेपी में शामिल (Three VIP MLAs join BJP) होने के बाद अब बिहार विधानसभा में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बन गई है. 2020 विधानसभा चुनाव में आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी (BJP Became Single Largest Party In Bihar Assembly) बनी और बीजेपी दूसरे स्थान पर आई थी. लेकिन 3 विधायकों के शामिल होने के बाद बीजेपी के सदस्यों की संख्या बढ़कर 77 हो गई है और आरजेडी 75 सदस्यों के साथ दूसरे स्थान पर आ गई है. इस तरह बीजेपी को पहली बार विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी होने का तमगा लगा है.
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बिहार विधानसभा में ऐसे तो बीजेपी को 2010 में सबसे अधिक 91 सीट प्राप्त हुई थी. लेकिन उस समय भी जदयू 115 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी थी. पहली बार ऐसा हो रहा है, जब बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बन गई है. 1980 से अब तक बीजेपी को जो सीटें मिली हैं. वह इस प्रकार से हैं.
आरजेडी से छीना बड़ी पार्टी का तमगाः 2020 चुनाव में एनडीए को बहुमत मिलने के बाद भी आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी और आरजेडी के तरफ से इसको लेकर कई बार निशाना भी साधा जाता रहा. लेकिन मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी के तीनों विधायक राजू सिंह, स्वर्णा सिंह और मिश्री लाल यादव के बीजेपी में शामिल होने के बाद आरजेडी से बड़ी पार्टी का तमगा बीजेपी ने छीन लिया.
बीजेपी ने अपने कोटे से किया था वीआईपी को एडजस्टः बता दें कि मुकेश साहनी ( VIP Chief Mukesh Sahani) की पार्टी वीआईपी को 2020 विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने अपने कोटे से एडजस्ट किया था और जदयू ने जीतन राम मांझी की पार्टी हम को एडजस्ट किया था. विधानसभा चुनाव में वीआईपी के चार विधायक जीते थे और चारों के बारे में कहा जाता रहा है कि वे बीजेपी के ही नेता है. मुकेश साहनी खुद अपनी सीट भी नहीं बचा पाए थे. उसी समय से मुकेश सहनी पर दबाव बना हुआ था.
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मुकेश सहनी के रवैया से नाराज थी बीजेपीः उत्तर प्रदेश चुनाव में मुकेश सहनी के रवैया के बाद स्थिति साफ हो गई कि अब बीजेपी मुकेश सहनी को भाव नहीं देने वाली है. वीआईपी के विधायक मुसाफिर पासवान के निधन से खाली हुए बोचहां सीट पर बीजेपी ने अपना उम्मीदवार उतार दिया. मुकेश सहनी ने भी वहां से अपना उम्मीदवार खड़ा कर दिया और इसके बाद वीआईपी के तीनों विधायक बीजेपी में शामिल हो गए है. अब वीआईपी के पास एक भी विधायक नहीं बचे हैं. वीआईपी के तीनों विधायक के बीजेपी में शामिल होने के बाद बिहार विधानसभा में दलगत स्थिति इस तरह हो गई है.
वहीं, बोचहां विधानसभा उपचुनाव (Bochaha Assembly By Election) में अगर बीजेपी सीट जीत जाती है, तो उसकी सदस्यों की संख्या विधानसभा में बढ़कर 78 हो जाएगी यदि हार भी जाती है तब भी बीजेपी बड़ी पार्टी बनी रहेगी. फिलहाल बिहार विधानसभा में बीजेपी के विधायकों की संख्या में इजाफा हो गया है. अब वो बिहार में 77 विधायकों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बन गई है.
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