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SDG India Index में बिहार फिसड्डी, विपक्ष ने पूछा- डबल इंजन की सरकार में किसका हो रहा विकास - मुख्यमंत्री नीतीश कुमार

नीति आयोग के एसडीजी इंडिया इंडेक्स में बिहार लगातार दूसरे साल सबसे खराब प्रदर्शन करने वाला राज्य बनकर सामने आया है. बिहार को सिर्फ 52 अंक मिले हैं. इसके चलते विपक्ष मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोल रहा है. राजद विधायक ने कहा कि 16 साल के राज में नीतीश ने सिर्फ अपने लोगों का विकास किया.

Sudhakar Singh and Premchandra Mishra
सुधाकर सिंह और प्रेमचंद्र मिश्रा
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Published : Jun 4, 2021, 5:26 PM IST

Updated : Jun 5, 2021, 8:53 PM IST

पटना: नीति आयोग द्वारा गुरुवार को जारी एसडीजी इंडिया इंडेक्स (SDG India Index) 2020-21, यानी राज्यों के सतत विकास लक्ष्य सूचकांक की रिपोर्ट में बिहार एक बार फिर फिसड्डी साबित हुआ है. इसको लेकर विपक्षी दलों ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. विपक्षी दलों के नेताओं का कहना है कि इस सरकार में सिर्फ नीतीश कुमार और उनके लोगों का ही विकास हुआ है. बिहार की जनता पीछे रह गई है. इसे दुरुस्त करने में अब हमलोगों को समय लगेगा.

यह भी पढ़ें- नीति आयोग के एसडीजी इंडिया इंडेक्स में लगातार दूसरे साल सबसे नीचे रहा बिहार

राजद विधायक सुधाकर सिंह ने कहा, "बिहार को सबसे पीछे ले जाने में एनडीए की सरकार ने जितना प्रयास किया है यह जनता जानती है. विकास के मामले में बिहार सबसे पीछे है. इसका दंड भी सरकार को बिहार की जनता ने दिया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू को जनता ने तीसरे नंबर की पार्टी बना दिया, लेकिन वह तिकड़म लगाकर फिर से सत्ता पर काबिज हो गए. नीतीश कुमार का चौथा कार्यकाल बिहार को अंधेरे में धकेल देगा, जिसे सुधारने में अब हम लोगों को समय लगेगा."

देखें रिपोर्ट

नीतीश के लोगों का हुआ विकास
विकास का यही पैमाना था कि जब कोरोना ने पांव पसारना शुरू किया तो सभी सरकारी सिस्टम फेल हो गए. अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी, बेड की कमी, दवा की कमी और यहां तक कि ऑक्सीजन की कमी भी देखी गई. नीतीश कुमार के 16 साल के शासनकाल में यदि किसी का विकास हुआ है तो वह उनके लोगों का हुआ है."- सुधाकर सिंह, विधायक, राजद

हर साल पीछे होता जा रहा बिहार
कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा, "हर साल जब नीति आयोग की रिपोर्ट आती है तो बिहार हमेशा ही पीछे रहता है. नीति आयोग विपक्षी दलों का कोई आयोग नहीं है. यह केंद्र सरकार का है. केंद्र में भी एनडीए की सरकार है. बिहार में डबल इंजन की सरकार है, लेकिन हर साल बिहार पीछे जा रहा है. सरकार के लोग भले ही विकास को लेकर दावे कर रहे हों. बजट को लेकर वाहवाही लूटते हों, लेकिन जब नीति आयोग की रिपोर्ट आती है तो बिहार हमेशा ही अन्य राज्यों की अपेक्षा पिछले पैदान पर ही रहता है.

"अब नीतीश कुमार को बताना पड़ेगा कि वह विकास के पैमाने पर किस स्तर पर आते हैं. क्योंकि नीति आयोग की जो रिपोर्ट हर साल जारी होती है उसमें बिहार फिसड्डी ही रहता है."- प्रेमचंद्र मिश्रा, कांग्रेस नेता

सबसे खराब प्रदर्शन के लिए नीतीश कुमार को बधाई
बिहार के सबसे खराब प्रदर्शन पर विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. अपने ट्वीट में तेजस्वी ने लिखा, " सबसे खराब प्रदर्शन के लिए नीतीश कुमार को बधाई. वह बिहार में चल रही डबल इंजन की सरकार के ड्राइवर हैं. लोकसभा चुनाव में केरल ने बीजेपी को शुन्य सीट दिया. वह टॉप पर है. बिहार ने 40 में से 39 सीट एनडीए को दिया. इसके बाद भी बिहार सबसे खराब प्रदर्शन करने वाला राज्य है."

यह भी पढ़ें-नीति आयोग की रिपोर्ट पर लालू का तंज- बधाई हो! बिहार को नीचे से टॉप करा ही दिया

पटना: नीति आयोग द्वारा गुरुवार को जारी एसडीजी इंडिया इंडेक्स (SDG India Index) 2020-21, यानी राज्यों के सतत विकास लक्ष्य सूचकांक की रिपोर्ट में बिहार एक बार फिर फिसड्डी साबित हुआ है. इसको लेकर विपक्षी दलों ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. विपक्षी दलों के नेताओं का कहना है कि इस सरकार में सिर्फ नीतीश कुमार और उनके लोगों का ही विकास हुआ है. बिहार की जनता पीछे रह गई है. इसे दुरुस्त करने में अब हमलोगों को समय लगेगा.

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राजद विधायक सुधाकर सिंह ने कहा, "बिहार को सबसे पीछे ले जाने में एनडीए की सरकार ने जितना प्रयास किया है यह जनता जानती है. विकास के मामले में बिहार सबसे पीछे है. इसका दंड भी सरकार को बिहार की जनता ने दिया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू को जनता ने तीसरे नंबर की पार्टी बना दिया, लेकिन वह तिकड़म लगाकर फिर से सत्ता पर काबिज हो गए. नीतीश कुमार का चौथा कार्यकाल बिहार को अंधेरे में धकेल देगा, जिसे सुधारने में अब हम लोगों को समय लगेगा."

देखें रिपोर्ट

नीतीश के लोगों का हुआ विकास
विकास का यही पैमाना था कि जब कोरोना ने पांव पसारना शुरू किया तो सभी सरकारी सिस्टम फेल हो गए. अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी, बेड की कमी, दवा की कमी और यहां तक कि ऑक्सीजन की कमी भी देखी गई. नीतीश कुमार के 16 साल के शासनकाल में यदि किसी का विकास हुआ है तो वह उनके लोगों का हुआ है."- सुधाकर सिंह, विधायक, राजद

हर साल पीछे होता जा रहा बिहार
कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा, "हर साल जब नीति आयोग की रिपोर्ट आती है तो बिहार हमेशा ही पीछे रहता है. नीति आयोग विपक्षी दलों का कोई आयोग नहीं है. यह केंद्र सरकार का है. केंद्र में भी एनडीए की सरकार है. बिहार में डबल इंजन की सरकार है, लेकिन हर साल बिहार पीछे जा रहा है. सरकार के लोग भले ही विकास को लेकर दावे कर रहे हों. बजट को लेकर वाहवाही लूटते हों, लेकिन जब नीति आयोग की रिपोर्ट आती है तो बिहार हमेशा ही अन्य राज्यों की अपेक्षा पिछले पैदान पर ही रहता है.

"अब नीतीश कुमार को बताना पड़ेगा कि वह विकास के पैमाने पर किस स्तर पर आते हैं. क्योंकि नीति आयोग की जो रिपोर्ट हर साल जारी होती है उसमें बिहार फिसड्डी ही रहता है."- प्रेमचंद्र मिश्रा, कांग्रेस नेता

सबसे खराब प्रदर्शन के लिए नीतीश कुमार को बधाई
बिहार के सबसे खराब प्रदर्शन पर विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. अपने ट्वीट में तेजस्वी ने लिखा, " सबसे खराब प्रदर्शन के लिए नीतीश कुमार को बधाई. वह बिहार में चल रही डबल इंजन की सरकार के ड्राइवर हैं. लोकसभा चुनाव में केरल ने बीजेपी को शुन्य सीट दिया. वह टॉप पर है. बिहार ने 40 में से 39 सीट एनडीए को दिया. इसके बाद भी बिहार सबसे खराब प्रदर्शन करने वाला राज्य है."

यह भी पढ़ें-नीति आयोग की रिपोर्ट पर लालू का तंज- बधाई हो! बिहार को नीचे से टॉप करा ही दिया

Last Updated : Jun 5, 2021, 8:53 PM IST
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