पटना: लॉकडाउन की वजह से सभी शिक्षण संस्थान बंद हैं. लगभग तीन महीने से निजी शिक्षण संस्थान बंद रहने से संचालक और शिक्षकों के सब्र का बांध टूट रहा है. भुखमरी की कगार पर पहुंच रहे शिक्षक सरकार से राहत पैकेज की मांग कर रहे हैं. रविवार को पटना सिटी के मंगल तालाब स्थित सिटी मैदान में बिहार प्राइवेट टीचर वेलफेयर एसोसिएशन की तरफ से बैठक का आयोजन किया गया. जिसमें सरकार से निजी शिक्षण संस्थान शुरू करने की अपील की गई है.
निजी शिक्षण संस्थानों के संचालकों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बैठक में भाग लिया. बैठक के दौरान शिक्षकों ने बताया कि ना तो वे ठेला चला सकते हैं और ना ही चाय बेच सकते. शिक्षक सिर्फ एजुकेशन देकर बच्चों का भविष्य बना सकते हैं. लॉकडाउन की वजह से लगभग तीन महीने से प्राइवेट कोचिंग संस्थान और स्कूल बंद है. बदले हालात में शिक्षकों को पैसे नहीं मिल रहे. जिससे शिक्षकों को काफी परेशनियों का सामना करना पड़ रहा है. शिक्षकों ने सोशल डिस्टेंस और मास्क का प्रयोग करते हुए शिक्षण संस्थान खोलने की मांग की है.
बुनियादी खर्चे से संचालक परेशान
बता दें कि, निजी शिक्षण संस्थान से लाखों की कमाई करने वाले संचालकों और शिक्षकों के सामने मुश्किलें बढ़ती जा रही है. लॉक डाउन के कारण निजी शिक्षण संस्थान के संचालकों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. स्कूल, कोचिंग का किराया, शिक्षकों का वेतन, बिजली बिल समेत कई बुनियादी खर्च को पूरा करने में निजी संस्थानों का पसीना छूट रहा है. इस वजह से निजी शिक्षण संस्थान के संचालक एकजुट होकर सरकार के समक्ष अपनी मांगे रख रहे हैं.