पटना: पूर्व मंत्री जीवेश मिश्रा ने महागठबंधन सरकार पर तंज (Jeevesh Mishra attack on mahagathbandhan) कसते हुए कहा कि यह सात दल की सरकार है. सातों दल की सरकार बनाने से पहले जो वादा किया था उसे पूरा नहीं किया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने किसानों के ऋण माफ करने की बात की थी तो वाम दल ने रसोइया बहनों की नौकरी को स्थाई करने की बात की थी. राजद ने जो वादा किया था उस वादा के चक्कर में ही सुधाकर सिंह शहीद हो गए. मंडी कानून की व्यवस्था को नहीं ला पाए.
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एजेंडा सेट करने में लगा राजदः उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल अपने एजेंडे को सेट करने में लगा हुआ है. कहीं ना कहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जिस तरह से पूरा राजपाट तेजस्वी यादव को दे दे इसको लेकर सब कुछ किया जा रहा है. वहीं लालू यादव अब देश लौट गए हैं उनके परिवार वालों से भी आग्रह करेंगे कि लालू जी स्वस्थ रहें, इसको लेकर ही वह काम करें. कहीं भी लालू जी को राजनीतिक रूप से इस्तेमाल नहीं करें, क्योंकि राजनीति से बड़ी उनकी सेहत है. उनके परिवार वाले उनके सेहत का ध्यान रखें.
बिहार के सुपर सीएम: वहीं उन्होंने नीतीश कुमार के उस बयान पर भी प्रतिक्रिया दी, जिसमें नीतीश कुमार ने कहा था कि मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर तेजस्वी यादव को जिम्मा दिया गया है. उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार करना मुख्यमंत्री का विशेष अधिकार होता है, लेकिन जिस तरह से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तेजस्वी यादव को मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर कार्यभार देने की बात कह रहे हैं उससे लगता है कि मुख्यमंत्री ने यह साबित कर दिया कि बिहार का सुपर सीएम अगर कोई है तो तेजस्वी यादव है. यही कारण है कि बिहार का यह हालात है.
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"अपराध, भ्रष्टाचार बढ़ा हुआ है और मुख्यमंत्री मूकदर्शक बने हैं. जब उनसे पूछा जाता है तो वह कहते हैं कि मुझे कुछ मालूम ही नहीं है. कुल मिलाकर बिहार में जो हालात है उसको लेकर मुख्यमंत्री ही जिम्मेवार हैं. सब कुछ उन्होंने राजद के हाथ में देकर जनता को भगवान भरोसे छोड़ा है"- जीवेश मिश्रा, पूर्व मंत्री