पटना: अदालतगंज स्थित केदार भवन में बिहार लोकल बॉडीज इंप्लाइज फेडरेशन की आज बैठक हुई. इसमें दैनिक मजदूरी करने वाले मजदूरों पर चर्चा की गई. फेडरेशन के सदस्यों ने कहा कि सरकार दैनिक मजदूरों को हटाने के साथ उनके अधिकारों का हनन भी करने की कोशिश हो रही है. लेकिन न्यायालय द्वारा दैनिक मजदूरों को हटाए जाने मामले पर तत्काल रोक लगाने से मजदूरों को राहत मिली है.
बिहार लोकल बॉडीज इंप्लाइज फेडरेशन के सदस्यों का कहना है कि सरकार आगे भी ऐसा प्रयास कर सकती है. कोरोना के बहाने केंद्र और राज्य सरकार मजदूरों के अधिकार पर हमला कर रही है और उन्हें हटाने का भी प्रयास कर रही है जिसको बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. वहीं, बैठक में फैसला लिया गया कि आगामी 3 जुलाई को केंद्रीय श्रमिक संगठनों की तरफ से राज्यव्यापी प्रतिरोध दिवस मनाया जाएगा. जिसमें नगर निगम, नगर परिषद और नगर पंचायत के कर्मी सड़क पर उतर कर अपना विरोध दर्ज कराएंगे.
सरकार को दी चेतावनी
पटना नगर निगम समन्वय समिति के अध्यक्ष चंद्र प्रकाश सिंह ने कहा कि सरकार दैनिक मजदूरी करने वाले कर्मियों को सेवा से निकालने की साजिश कर रही है. जिसे कामयाब होने नहीं देंगे. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार दैनिक मजदूरी करने वाले मजदूरों को काम से हटाने का प्रयास किया तो पूरे बिहार में चक्का जाम किया जाएगा.