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बिहार जेल प्रशासन का बड़ा फैसला: अब ट्रूनेट के माध्यम से होगी नए कैदियों की कोरोना जांच

गोपालगंज में एक साथ 200 कैदियों के कोरोना संक्रमित (Corona infected) पाए जाने के बाद बिहार जेल प्रशासन (bihar jail administration) ने बड़ा फैसला लिया है. इसके तहत अब बिहार में कैदियों की कोरोना जांच (corona test) ट्रूनेट (truenat) के माध्यम से की जाएगी.

पटना
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Published : May 28, 2021, 8:07 AM IST

पटना: कोरोना संक्रमण (corona infection) अब धीरे-धीरे बिहार के जेलों में भी पहुंच गया है. इसके बाद जेल प्रशासन जेलों में बंद कैदियों को लेकर काफी अलर्ट हो गया है. बीते दिनों गोपालगंज जिले के जेल में 2 दिन के अंदर 139 कैदी कोरोना संक्रमित (Corona infected) पाए गए थे. जिसके बाद जेल प्रशासन ने सभी जिलों के जिला अधिकारी को ट्रूनेट (truenat) से नए कैदियों की कोरोना जांच करने का आग्रह करते हुए पत्र लिखा है. बिहार में अब तक विभिन्न जिलों में 200 कैदी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं.

ये भी पढ़ें : पटना: मसौढ़ी जेल में कैदियों के बीच कोरोना टीकाकरण शुरू, पहले दिन 20 को दिया गया टीका

नए कैदियों से फैला जेल में संक्रमण
जेल प्रशासन द्वारा सभी पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया गया था कि नए कैदी को न्यायिक हिरासत में जेल भेजने से पहले उनकी कोरोना जांच कराई जाएगी. इसके बाद सभी नए कैदियों की एंटीजन किट से जांच करायी जा रही थी मगर एंटीजन जांच के परिणाम शत-प्रतिशत नहीं आते हैं. इसमें ज्यादातर मामले नेगेटिव ही आते हैं. यहीं वजह है कि बिहार के गोपालगंज जेल में नए कैदी के संक्रमण की वजह से ही पूरे जेल में कोरोना संक्रमण फैल गया था.

गोपालगंज की घटना के बाद दूसरे विकल्पों पर किया गया विचार
गोपालगंज की घटना के बाद जेल प्रशासन ने दूसरे विकल्पों पर विचार करते हुए बड़ा कदम उठाया गया है. अब ट्रूनेट के माध्यम से नए कैदियों की जांच होगी. उसके बाद ही उन्हें जेल में रखा जाएगा.

हालांकि जिन जिलों में अब तक ट्रूनेट की सुविधा उपलब्ध नहीं है, वहां जल्द ही इसकी व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए गए हैं. साथ ही साथ जेल प्रशासन द्वारा लिखे गए पत्र में यह भी निर्देश दिया गया है कि अगर किसी बंदी की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई जाती है, तो जेल जाने की जगह उसे नजदीकी कोविड केयर सेंटर भेजा जाए.

पटना: कोरोना संक्रमण (corona infection) अब धीरे-धीरे बिहार के जेलों में भी पहुंच गया है. इसके बाद जेल प्रशासन जेलों में बंद कैदियों को लेकर काफी अलर्ट हो गया है. बीते दिनों गोपालगंज जिले के जेल में 2 दिन के अंदर 139 कैदी कोरोना संक्रमित (Corona infected) पाए गए थे. जिसके बाद जेल प्रशासन ने सभी जिलों के जिला अधिकारी को ट्रूनेट (truenat) से नए कैदियों की कोरोना जांच करने का आग्रह करते हुए पत्र लिखा है. बिहार में अब तक विभिन्न जिलों में 200 कैदी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं.

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नए कैदियों से फैला जेल में संक्रमण
जेल प्रशासन द्वारा सभी पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया गया था कि नए कैदी को न्यायिक हिरासत में जेल भेजने से पहले उनकी कोरोना जांच कराई जाएगी. इसके बाद सभी नए कैदियों की एंटीजन किट से जांच करायी जा रही थी मगर एंटीजन जांच के परिणाम शत-प्रतिशत नहीं आते हैं. इसमें ज्यादातर मामले नेगेटिव ही आते हैं. यहीं वजह है कि बिहार के गोपालगंज जेल में नए कैदी के संक्रमण की वजह से ही पूरे जेल में कोरोना संक्रमण फैल गया था.

गोपालगंज की घटना के बाद दूसरे विकल्पों पर किया गया विचार
गोपालगंज की घटना के बाद जेल प्रशासन ने दूसरे विकल्पों पर विचार करते हुए बड़ा कदम उठाया गया है. अब ट्रूनेट के माध्यम से नए कैदियों की जांच होगी. उसके बाद ही उन्हें जेल में रखा जाएगा.

हालांकि जिन जिलों में अब तक ट्रूनेट की सुविधा उपलब्ध नहीं है, वहां जल्द ही इसकी व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए गए हैं. साथ ही साथ जेल प्रशासन द्वारा लिखे गए पत्र में यह भी निर्देश दिया गया है कि अगर किसी बंदी की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई जाती है, तो जेल जाने की जगह उसे नजदीकी कोविड केयर सेंटर भेजा जाए.

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