पटना: विभिन्न राज्यों से लौट रहे प्रवासी मजदूरों को रोजगार देने को लेकर सेमीनार का आयोजन किया गया. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सेमीनार का आयोजन डेवलपमेंट कमिश्नर की अध्यक्षता में हुई. जिसमें उद्योग विभाग, वित्त विभाग, रोड कंस्ट्रक्शन विभाग और लेबर डिपार्टमेंट सचिव समेत बिहार सरकार के कई विभाग के सचिव और बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष शामिल हुए.
बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष रामलाल खेतान ने बताया कि इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का मुख्य मुद्दा प्रवासी मजदूरों को रोजगार देने को लेकर था. इसमें कैसे अधिक से अधिक प्रवासी मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराया जाए इस पर चर्चा हुई. उद्योग जगत में काफी लोगों को रोजगार देने के सवाल पर रामलाल खेतान ने कहा कि फिलहाल जितने भी उद्योग बिहार में चल रहे हैं वह 50 प्रतिशत अपने कैपेसिटी पर चल रहे हैं. वहीं, जो मजदूर उसमें पहले से कार्य कर रहे हैं उन्हें भी फिलहाल रोजगार में काफी समस्या हो रही है. कुछ मजदूर दूसरे राज्य में चले गए हैं या फिर कुछ दूसरे जिले में चले गए हैं.
1 से 2 साल में सुधरेंगे हालात
रामलाल खेतान ने बताया कि अभी हम उस स्थिति में भी नहीं है कि सभी को उनके काम का भुगतान कर सकें. ऐसे में नए मजदूरों को शामिल करना काफी मुश्किल है. लेकिन कंस्ट्रक्शन के कार्य में काफी संख्या में मजदूरों का इस्तेमाल हो सकता है. लेकिन उद्योग में फिलहाल प्रवासी मजदूरों को शामिल करना बेहद मुश्किल है. खेतान के मुताबिक स्थिति सुधरने में अभी 1 से 2 साल लग सकते हैं. ऐसे में नए लोगों को जोड़ना काफी मुश्किल होगा.