पटना: बिहार विद्युत विनियामक आयोग के तरफ से दूसरे दिन भी विद्युत टैरिफ को लेकर जनसुनवाई का आयोजन किया गया. इस जनसुनवाई में प्रदेश के दोनों विद्युत कंपनी विद्युत दर बढ़ाने की मांग कर रहे हैं. लेकिन आयोग विद्युत दर बढ़ाने के पक्ष में नहीं है.
बिहार विद्युत विनियामक आयोग के जनसुनवाई के दौरान सभी ने अपना पक्ष रखा. इसमें बिजली सप्लाई करने वाली प्रदेश की दो कंपनी नॉर्थ बिहार और साउथ बिहार के अधिकारियों ने विद्युत शुल्क बढ़ाने की अपील की. उनका कहना है कि ट्रांसमिशन से लेकर बिजली खरीद महंगी की जा रही है. इससे बिहार में विद्युत शुल्क बढ़ना जरूरी है.
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'उपभोक्ताओं को राहत मिलनी चाहिए'
बीआईए के उपाध्यक्ष संजय भरतिया ने कहा कि नॉर्थ बिहार और साउथ बिहार दोनों कंपनियां जो डेटा पेश कर रही है, उसके अनुसार विद्युत दर बढ़ाने के पक्ष में हैं. कंपनी 20 प्रतिशत दर बढ़ाने की मांग कर रही है. ये भार उपभोक्ता पर ही आएंगे. निश्चित तौर उपभोक्ताओं को राहत मिलनी चाहिए. जनसुनवाई पूरी हो गई है. सबकी दलील आयोग ने सुनी है. 15 मार्च तक आयोग अपना निर्णय सुना सकता है. वहीं, नया दर 1 अप्रैल से लागू किया जाएगा.