पटना: बिहार की राजधानी पटना में एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने (SSP Manavjit Singh Dhillon) बाइकर्स गिरोह से जुड़े एक खुलासे को बताया. उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में पकड़े गए बाइकर्स गैंग के सदस्यों से पूछताछ के दौरान पुलिस को यह जानकारी दी है कि पुराने अपराधी बाइकर्स गैंग को संरक्षण दे रहे हैं. वहीं कुछ एक बाइकर्स गैंग के ग्रुप को छोटी-मोटी राजनीतिक पार्टियां भी फंडिंग करती है. इन राजनीतिक पार्टियों के धरना प्रदर्शन में इन्हें पैसा देकर भीड़ जुटाने के लिए बुलाया जाता है.
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रैलियों में पैसे पर जाते हैं बाइकर्स गिरोह:पटना के एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लों ने बाइकर्स गैंग मामले में खुलासा करते हुए बिहार की छोटी मोटी राजनीतिक पार्टियों को बगैर नाम लिए कटघरे में खड़ा कर दिया है. एसएसपी ने बताया है कि हाल के दिनों में पकड़े गए बाइकर्स गैंग के कुछ सदस्यों ने गिरफ्तारी के बाद पुलिस के सामने यह खुलासा किया है कि पटना में छोटी-बड़ी राजनीतिक पार्टियां रैलियों में भीड़ जुटाने और रोड शो में बाइकर्स गैंग से मदद लेती है.
छोटे-मोटे विवादों में दबाव बनाने के लिए गिरोह के सदस्य भाड़े पर जाते हैंः एसएसपी ने बताया कि इसके एवज में बाइकर्स गैंग के प्रमुख सरगना और उसके गिरोह में शामिल हर सदस्य को दो से ढाई सौ रुपये की अदायगी के साथ साथ खाने-पीने के इंतजाम किये जाते हैं. इसके साथ-साथ बाइकर्स गैंग के प्रमुख को इस पूरे काम के एवज में वैसी छोटी मोटी राजनीतिक पार्टी की ओर से एक मोटी रकम भी दी जाती है. इन बाइकर्स गिरोह के सदस्य कुछ छोटे-मोटे राजनीतिक दलों के धरना प्रदर्शन जुलूस में भीड़ जुटाने के साथ-साथ जमीन पर किसी एक पक्ष का दबदबा बनाने का काम भी करते हैं.
ऑनलाइन ग्रुप से जुड़े होते हैं बाइकर्स ग्रुप: पटना एसएसपी बताते है कि सभी बाइकर्स गैंग के सदस्य व्हाट्सएप ग्रुप (ऑनलाइन) के माध्यम से एक दूसरे से जुड़ते हैं और लगातार एक दूसरे से संपर्क में रहते हैं. हालांकि पूर्व में कुछ प्रमुख बाइकर्स गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार किया गया. उसके बाद उस गिरोह के प्रमुख सदस्यों ने इस गिरोह से अपना मुंह मोड़ लिया. इसके बावजूद इसी गिरोह में शामिल कुछ सदस्यों ने उसी बाइकर्स गिरोह के सदस्यों को एकजुट कर 60 से 65 बाइर्स को जोड़ा है. वैसे गिरोह के मुख्य सदस्य को पटना पुलिस की टीम ने चिह्नित कर लिया है.
10वीं और 12वीं के बच्चों को गिरोह में शामिल कर लेते हैं सरगनाः एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो ने बताया कि यह गिरोह 10वीं और 12वीं क्लास में पढ़ने वाले युवाओं को अपने ग्रुप में जोड़ कर अपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने से भी बाज नहीं आते और कहीं ना कहीं पटना पुलिस की टीम ऐसे बाइकर्स गिरोह पर बिना साक्ष्य के कार्रवाई करने से पीछे हट जाती है. हालांकि, इस गिरोह के द्वारा किए गए अपराधिक घटनाओं या फिर स्टंट की वीडियो वायरल होने मामले पर इस गिरोह के सदस्यों को कई बार गिरफ्तार कर जेल भेजने की कार्रवाई भी की गई है.
" हाल के दिनों में पकड़े गए बाइकर्स गैंग के कुछ सदस्यों ने गिरफ्तारी के बाद पुलिस के सामने यह खुलासा किया है कि पटना में छोटी-बड़ी राजनीतिक पार्टियां रैलियों में भीड़ जुटाने और रोड शो में बाइकर्स गैंग से मदद लेती है. बाइकर्स गैंग के प्रमुख सरगना और उसके गिरोह में शामिल हर सदस्य को दो से ढाई सौ रुपये की अदायगी के साथ साथ खाने-पीने के इंतजाम किये जाते हैं. बाइकर्स गैंग के सदस्य व्हाट्सएप ग्रुप (ऑनलाइन) के माध्यम से एक दूसरे से जुड़ते हैं और लगातार एक दूसरे से संपर्क में रहते हैं" -डॉ. मानवजीत सिंह ढिल्लो, एसएसपी, पटना