पटना : राजधानी पटना स्थित बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के 76 सालों के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ, जो इतने लंबे समय तक बीआईए में ताला लटका हुआ है. कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण से सभी को बचाने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन किया गया है और सभी से अपील की जा रही है कि सभी अपने घर पर रहे, सुरक्षित रहे. लॉकडाउन के कारण सभी के जिंदगी के पहिया रुक सी गई हैं, चाहे वह आम हो या खास सबका यही हाल है.
'सभी कामकाज ठप है'
बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन एक उद्योग इंडस्ट्रियल संघ की संस्था है. पहली बार बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के इतिहास में ऐसा हुआ है. इतने लंबे समय तक ताला लटका हुआ है. ऐसे में बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के तमाम सदस्य क्या कुछ कर रहे हैं और कितना नुकसान हो रहा है. यह जानने जब ईटीवी भारत के संवददाता ने बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष रामलाल खेतान से बात की तो उन्होंने बताया की सिर्फ बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के इतिहास में ऐसा नहीं हुआ. हर किसी के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि काफी लंबे समय तक सभी चीजें बंद है. सभी कामकाज ठप है.
उद्योग संघों को होगा लाभ
रामलाल खेतान ने सका कि कोरोना महामारी एक प्रलय की तरह है, जिसका आंकलन किसी को भी नहीं हो सकता. उन्होंने बताया कि बीआईए के सभी सदस्य हो या फिर जितने भी व्यापारी और उद्योगपति हैं. सभी को अपने कार्य क्षेत्र में काफी अधिक नुकसान हुआ है. नुकसान कई हजार करोड़ का हुआ है. जिसकी भरपाई तत्काल नहीं हो सकती. इसलिए मैं सभी से आग्रह करूंगा कि आप सभी संयम रखें जो भी नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई हम आने वाले समय में कर सकते. वहीं, उन्होंने बताया कि उद्योग संघों को उम्मीद है कि एमएसएमई सेक्टर को एक अच्छा पैकेज भारत सरकार की ओर से मिलेगा और वह जब पैकेज मिलेगा, तो भारत की अर्थव्यवस्था में सुधार होगा, तो जाहिर सी बात है कि उद्योग संघों को भी लाभ होगा.