पटनाः बिहार सरकार ने शिक्षक अभ्यर्थियों को बड़ी सौगात दी गई है. नीतीश सरकार ने प्राथमिक विद्यालयों में प्रधान शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए 40,506 पदों पर प्रधान शिक्षकों की नियुक्ति की मंजूरी दी है. इस नियुक्ति प्रक्रिया में 35% विभिन्न कोटि की महिलाओं को आरक्षण का लाभ देने की घोषणा की है. इसके साथ ही लगातार दो साल सेवा पूरी करने वाले नियोजित शिक्षकों की नियुक्ति कंफर्म मानी जायेगी. प्रधान शिक्षकों की नियुक्ति के लिए अभ्यर्थियों को 22 अप्रैल तक ऑनलाइन आवेदन करने की सुविधा दी गई है.
यह भी पढ़ें - बिहार प्रारंभिक शिक्षक नियोजन: विशेष चक्र में चयनित अभ्यर्थियों के लिए खुशखबरी, 18 अप्रैल से मिलेगा नियुक्ति पत्र
बिहार में समग्र शिक्षा का विकास हो रहा है. बिहार सभी सरकारी स्कूल में शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए 9184 करोड़ 54 लाख रुपए का बजट मंजूर हुआ है, जो शिक्षकों के वेतन, गुणवत्ता शिक्षा और कंप्यूटर लैब सहित अन्य मदो पर खर्च होंगे. गौरतलब है कि बिहार विधानसभा में बजट सत्र के दौरान शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया गया है. पिछली बार जहां बजट में शिक्षा विभाग के लिए सबसे अधिक 38035.93 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया था, वहीं इस बार 39191 करोड़ 87 लाख रुपए आवंटित किये गए हैं. यह राशि कुल बजट का 16.5 प्रतिशत है.
कूल पदों का 35 प्रतिशत पर महिलाओं की नियुक्ति: बता दें कि हाई स्कूलों के साथ-साथ बिहार के प्राइमरी स्कूलों में हेडमास्टर की बहाली होगी. प्राथमिक विद्यालयों (BPSC Recruitment For Headmaster In Primary Schools) में प्रधान शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए बिहार लोक सेवा आयोग (Bihar Public Service Commission) ने 23 मार्च (बुधवार) को 40,506 पदों के लिए वैकेंसी निकाल दी है. इन कूल पदों का 35 प्रतिशत यानी 13761 पर विभिन्न कोटि की महिलाओं की नियुक्ति होगी. इसके लिए आवेदन फॉर्म 28 मार्च 2022 से ऑनलाइन भरे जाएंगे. आवेदन की आखिरी तारीख 22 अप्रैल 2022 तक है. बीपीएससी के आधिकारिक वेबसाइट bpsc.bih.nic.in पर जाकर आवेदन से जुड़ी पूरी जानकारी ली जा सकती है.
50% अंकों के साथ स्नातक उत्तीर्ण होना जरूरीः बीपीएससी ने इस पद पर आवेदन करने वालों की शैक्षणिक योग्यता मान्यता प्राप्त विद्यालय से कम से कम 50% अंकों के साथ स्नातक उत्तीर्ण रखा है. अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति अत्यंत पिछड़ा वर्ग पिछड़ा वर्ग महिला और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए न्यूनतम निर्धारित अंक में 0.5% की छूट दी जाएगी. इसके अलावा आयोग ने अपने नोटिफिकेशन में यह भी कहा है कि मौलाना मजहरूल हक अरबी फारसी विश्वविद्यालय पटना बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड द्वारा दी जाने वाली आलिम की डिग्री और कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विद्यालय द्वारा शास्त्रीय की डिग्री को स्नातक के समतुल्य माना है.
इन डिग्रियों का होना भी जरूरीः इसके अलावा अभ्यर्थियों का मान्यता प्राप्त संस्थान से डीएलएड/ B.Ed/ बीटी/ बीएससी एड/ b.el.ed उत्तीर्ण होना भी अनिवार्य है. इसके अलावा 2012 या उसके बाद नियुक्त शिक्षकों के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा में उत्तीर्ण होना और 2012 से पहले से नियुक्त शिक्षकों के लिए दक्षता परीक्षा उत्तीर्ण होना आवश्यक है.
लिखित परीक्षा के अधार पर होगा चयनः प्रधान शिक्षकों की बहाली के लिए लिखित परीक्षा का आयोजन किया जाएगा और परीक्षा 150 अंकों की होगी जिसमें मल्टीपल चॉइस क्वेश्चन और वस्तुनिष्ठ क्वेश्चन होंगे. जिसमें सामान्य अध्ययन के 75 अंक और डीएलएड विषय के 75 अंक होंगे. परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग होगी और प्रत्येक गलत जवाब के लिए 0.25 अंक कटेगा. परीक्षा की अवधि 2 घंटा की होगी. इसके लिए वेतनमान प्रारंभिक वेतन 30,500 और राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर किए जाने वाले वेतन पुनरीक्षण के आलोक में परिवर्तनीय होंगे.
यह भी पढ़ें - बिहार प्रारंभिक शिक्षक नियोजन संघ का सरकार से सवाल- 'कब मिलेगा सफल अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र'
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP