पटना: राजधानी के गांधी मैदान में चल रहे पुस्तक मेले के आखिरी दिन तुलसी सभागार में आर्थिक अपराध इकाई की ओर से साइबर जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में आर्थिक अपराध इकाई के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार, डीआईजी शिव कुमार झा और एसपी प्रांतोष कुमार दास मौजूद रहे. इस जागरूकता कार्यक्रम में आर्थिक अपराध इकाई के अधिकारियों ने कार्यक्रम में मौजूद छात्रों, युवाओं और वरिष्ठ जनों को साइबर अपराध से जुड़ी सतर्कता और सावधानी के बारे में जानकारी दी.
साइबर जागरुकता कार्यक्रम का हुआ आयोजन
आर्थिक अपराध इकाई एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने साइबर जागरुकता के तहत बच्चों के बीच कहानी के माध्यम से यह बताया कि उन्हें अपने किसी भी प्रकार की कोई जानकारी किसी भी अनजान आदमी से साझा नहीं करनी चाहिए.
सोच समझ कर ही करें फेसबुक पर दोस्ती
एडीजी ने कहा कि फेसबुक पर दोस्त बनाते समय यह ध्यान दें कि जिसे हम फ्रेंड बना रहे हैं वो रेगुलर टच में रहने वाला दोस्त हो. उन्होंने कहा कि किसी को भी अपने बैंक का पासवर्ड ओटीपी या फिर कार्ड नंबर की जानकारी ना दें.
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सभी थानों में लिखा जाएगा साइबर ठगी का केस
आर्थिक अपराध इकाई के एसपी प्रांतोष कुमार दास ने कहा कि साइबर क्राइम एक गंभीर विषय है और आने वाले समय में क्राइम के रूप में एक साइबर क्राइम ही गंभीर समस्या है. यह इतना भयानक है कि हम सभी को एक बार में प्रभावित कर सकता है. उन्होंने कहा कि लंदन में बैठा हुआ व्यक्ति पटना के लोगों को ठग सकता है. इसके लिए जिले में साइबर क्राइम मॉनिटरिंग यूनिट बनाई गई है. उन्होंने कहा कि यहां कार्यक्रम में लोगों के बीच बताया गया कि साइबर क्राइम की खबरें किसी भी थाने में दर्ज कराई जा सकती है, क्योंकि वह साइबरस्पेस में होता है. अगर कोई थाना प्रभारी साइबर क्राइम का केस नहीं लिख रहा है तो तुरंत एसपी को इस बात की जानकारी दे.