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पटना पुस्तक मेला हुआ समाप्त, साइबर क्राइम को लेकर लोगों को किया गया जागरूक

एडीजी ने कहा कि फेसबुक पर दोस्त बनाते समय यह ध्यान दें कि जिसे हम फ्रेंड बना रहे हैं वो रेगुलर टच में रहने वाला दोस्त हो. उन्होंने कहा कि किसी को भी अपने बैंक का पासवर्ड ओटीपी या फिर कार्ड नंबर की जानकारी ना दें.

cybercrime, patna book fair
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Published : Nov 19, 2019, 8:58 AM IST

Updated : Nov 19, 2019, 11:07 AM IST

पटना: राजधानी के गांधी मैदान में चल रहे पुस्तक मेले के आखिरी दिन तुलसी सभागार में आर्थिक अपराध इकाई की ओर से साइबर जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में आर्थिक अपराध इकाई के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार, डीआईजी शिव कुमार झा और एसपी प्रांतोष कुमार दास मौजूद रहे. इस जागरूकता कार्यक्रम में आर्थिक अपराध इकाई के अधिकारियों ने कार्यक्रम में मौजूद छात्रों, युवाओं और वरिष्ठ जनों को साइबर अपराध से जुड़ी सतर्कता और सावधानी के बारे में जानकारी दी.

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साइबर क्राइम की जानकारी लेते बच्चे

साइबर जागरुकता कार्यक्रम का हुआ आयोजन
आर्थिक अपराध इकाई एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने साइबर जागरुकता के तहत बच्चों के बीच कहानी के माध्यम से यह बताया कि उन्हें अपने किसी भी प्रकार की कोई जानकारी किसी भी अनजान आदमी से साझा नहीं करनी चाहिए.

साइबर क्राइम को लेकर जागरुकता कार्यक्रम

सोच समझ कर ही करें फेसबुक पर दोस्ती
एडीजी ने कहा कि फेसबुक पर दोस्त बनाते समय यह ध्यान दें कि जिसे हम फ्रेंड बना रहे हैं वो रेगुलर टच में रहने वाला दोस्त हो. उन्होंने कहा कि किसी को भी अपने बैंक का पासवर्ड ओटीपी या फिर कार्ड नंबर की जानकारी ना दें.

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पटना पुस्तक मेला का हुआ समापन

यह भी पढ़े-कटिहार: घूसखोर इंजीनियर को विजिलेंस टीम ने किया गिरफ्तार, विभाग में पसरा सन्नाटा

सभी थानों में लिखा जाएगा साइबर ठगी का केस
आर्थिक अपराध इकाई के एसपी प्रांतोष कुमार दास ने कहा कि साइबर क्राइम एक गंभीर विषय है और आने वाले समय में क्राइम के रूप में एक साइबर क्राइम ही गंभीर समस्या है. यह इतना भयानक है कि हम सभी को एक बार में प्रभावित कर सकता है. उन्होंने कहा कि लंदन में बैठा हुआ व्यक्ति पटना के लोगों को ठग सकता है. इसके लिए जिले में साइबर क्राइम मॉनिटरिंग यूनिट बनाई गई है. उन्होंने कहा कि यहां कार्यक्रम में लोगों के बीच बताया गया कि साइबर क्राइम की खबरें किसी भी थाने में दर्ज कराई जा सकती है, क्योंकि वह साइबरस्पेस में होता है. अगर कोई थाना प्रभारी साइबर क्राइम का केस नहीं लिख रहा है तो तुरंत एसपी को इस बात की जानकारी दे.

पटना: राजधानी के गांधी मैदान में चल रहे पुस्तक मेले के आखिरी दिन तुलसी सभागार में आर्थिक अपराध इकाई की ओर से साइबर जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में आर्थिक अपराध इकाई के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार, डीआईजी शिव कुमार झा और एसपी प्रांतोष कुमार दास मौजूद रहे. इस जागरूकता कार्यक्रम में आर्थिक अपराध इकाई के अधिकारियों ने कार्यक्रम में मौजूद छात्रों, युवाओं और वरिष्ठ जनों को साइबर अपराध से जुड़ी सतर्कता और सावधानी के बारे में जानकारी दी.

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साइबर क्राइम की जानकारी लेते बच्चे

साइबर जागरुकता कार्यक्रम का हुआ आयोजन
आर्थिक अपराध इकाई एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने साइबर जागरुकता के तहत बच्चों के बीच कहानी के माध्यम से यह बताया कि उन्हें अपने किसी भी प्रकार की कोई जानकारी किसी भी अनजान आदमी से साझा नहीं करनी चाहिए.

साइबर क्राइम को लेकर जागरुकता कार्यक्रम

सोच समझ कर ही करें फेसबुक पर दोस्ती
एडीजी ने कहा कि फेसबुक पर दोस्त बनाते समय यह ध्यान दें कि जिसे हम फ्रेंड बना रहे हैं वो रेगुलर टच में रहने वाला दोस्त हो. उन्होंने कहा कि किसी को भी अपने बैंक का पासवर्ड ओटीपी या फिर कार्ड नंबर की जानकारी ना दें.

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पटना पुस्तक मेला का हुआ समापन

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सभी थानों में लिखा जाएगा साइबर ठगी का केस
आर्थिक अपराध इकाई के एसपी प्रांतोष कुमार दास ने कहा कि साइबर क्राइम एक गंभीर विषय है और आने वाले समय में क्राइम के रूप में एक साइबर क्राइम ही गंभीर समस्या है. यह इतना भयानक है कि हम सभी को एक बार में प्रभावित कर सकता है. उन्होंने कहा कि लंदन में बैठा हुआ व्यक्ति पटना के लोगों को ठग सकता है. इसके लिए जिले में साइबर क्राइम मॉनिटरिंग यूनिट बनाई गई है. उन्होंने कहा कि यहां कार्यक्रम में लोगों के बीच बताया गया कि साइबर क्राइम की खबरें किसी भी थाने में दर्ज कराई जा सकती है, क्योंकि वह साइबरस्पेस में होता है. अगर कोई थाना प्रभारी साइबर क्राइम का केस नहीं लिख रहा है तो तुरंत एसपी को इस बात की जानकारी दे.

Intro:राजधानी पटना के गांधी मैदान में चल रहे पुस्तक मेला की आखरी दिन पुस्तक मेला के तुलसी सभागार में आर्थिक अपराध इकाई द्वारा साइबर जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में आर्थिक अपराध इकाई के adg जितेंद्र सिंह गंगवार, डीआईजी शिव कुमार झा और एसपी प्रांतोष कुमार दास मौजूद रहे. इस जागरूकता कार्यक्रम में आर्थिक अपराध इकाई के अधिकारियों ने कार्यक्रम में मौजूद छात्रों युवाओं और वरिष्ठ जनों को साइबर अपराध से जुड़ी सतर्कता और सावधानी के बारे में जानकारी दी.


Body:एडीजी आर्थिक अपराध इकाई जितेंद्र सिंह गंगवार ने बच्चों के बीच कहानी के माध्यम से यह बताया कि उन्हें अपने किसी भी प्रकार की कोई जानकारी किसी भी अनजान आदमी से साझा नहीं करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि फेसबुक पर दोस्त बनाते समय भी या ध्यान दें कि जिसे हम फ्रेंड बना रहे हैं वह रेगुलर टच में रहने वाला दोस्त हो. किसी को भी अपने बैंक का पासवर्ड ओटीपी या फिर कार्ड नंबर की जानकारी ना दें. आर्थिक अपराध इकाई के एसपी प्रांतोष कुमार दास ने कहा कि साइबर क्राइम एक गंभीर विषय है और आने वाले समय में क्राइम के रूप में एक साइबर क्राइम ही गंभीर समस्या है. यह इतना भयानक है कि हम सभी को एक बार में प्रभावित कर सकता है. लंदन में बैठा हुआ व्यक्ति पटना के लोगों को ठग सकता है. उन्होंने बताया कि हर जिले में साइबर क्राइम से निपटने के लिए साइबर क्राइम मॉनिटरिंग यूनिट बनाई गई है. उन्होंने कहा कि यहां कार्यक्रम में लोगों के बीच बताया गया कि साइबर क्राइम की खबरें किसी भी थाने में दर्ज कराई जा सकती है क्योंकि वह साइबरस्पेस में होता है. अगर कोई थाना प्रभारी साइबर क्राइम का केस नहीं लिख रहा है तो तुरंत एसपी को इस बात की जानकारी दें.. थाना प्रभारी को केस लिखना ही पड़ेगा.


Conclusion:आर्थिक अपराध इकाई के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने कहा कि आर्थिक अपराध इकाई की टीम सभी पदाधिकारियों के साथ पुस्तक मेला में आए हजारों की संख्या में छात्रों युवाओं और व्यस्कों को साइबर जागरुकता को लेकर टिप्स दिया. उन्होंने कहां कि लोगों को बताया गया कि अपने पर्सनल लाइफ के बारे में सोशल मीडिया पर किसी भी प्रकार का कोई अननेसेसरी पोस्ट नहीं करें और किसी भी अनजान व्यक्ति से दोस्ती नहीं करें. उन्होंने कहा कि जो युवा साइबर सेनानी बनना चाहते हैं और पुलिस की मदद करना चाहते हैं वह अपने निकटतम थाना में कांटेक्ट करें वह आपको साइबर सेनानी बनाएंगे. साइबर सेनानी का काम है कि उनके आसपास के इलाके में कोई भी व्यक्ति सोशल मीडिया पर कुछ ऐसे पोस्ट करता है जिससे कि सामाजिक सद्भाव को खतरा हो उसका वह निकटतम थाना में कंप्लेन करें. उन्होंने कहा कि अननेसेसरी चीजों को सोशल मीडिया पर डालकर साइबरस्पेस में गंदगी ना फैलाएं. इसके लिए साइबर स्वच्छता अभियान की आज से शुरुआत की गई है जिसका सभी ने कार्यक्रम में शपथ लिया है.
Last Updated : Nov 19, 2019, 11:07 AM IST
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