पटना: गुरुवार को पटना के गांधी मैदान में सीपीआई नेता कन्हैया कुमार ने संविधान बचाओ, नागरिकता बचाओ महारैली की. जहां वाम दल के कई दिग्गज समेत अन्य नेता पहुंचे. महारैली में सीपीआई नेता कन्हैया कुमार, समाजसेवी मेधा पाटकर, पूर्व आईएएस कन्नन गोपीनाथ, महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी समेत कई नेता पहुंचे. इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर जमकर निशाना साधा.
'जनता को एकजुट होकर करना होगा विरोध'
महारैली के दौरान कन्हैया कुमार ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून, एनआरसी और एनपीआर पर सभी को एकसाथ मिलकर विरोध करना होगा. उन्होंने ये भी कहा कि एनआरसी और एनपीआर एक ही सिक्के के दो पहलू हैं, इसलिए इन दोनों में से किसी को भी देश स्वीकार नहीं करेगा. मौके पर आरजेडी और हम पार्टी के शामिल नहीं होने पर कन्हैया कुमार ने नाराजगी भी जाहिर की. उन्होंने कहा कि इतिहास यादव रखेगा कि किन लोगों ने इस बड़े मौके पर हमारा साथ नहीं दिया.
देश को बांट रही बीजेपी- मेधा पाटकर
वहीं, महारैली में पहुंची समाजसेवी मेधा पाटकर ने कहा कि सीएए लाकर देश में हिंसा को बढ़ावा दिया जा रहा है. उन्होंने बीजेपी पर देश की जनता को भटकाने का आरोप लगाया है. बीजेपी देश को बांटने की साजिश कर रही है. वहीं, उन्होंने नीतीश कुमार पर भी जमकर निशाना साधा. मेधा पाटकर ने कहा कि सीएम नीतीश को अपना स्टैंड साफ करना चाहिए. उन्हें बताना चाहिए कि वे किस तरफ हैं.
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'धर्म के आधार कानून लेकर आई है बीजेपी'
मौके पर पूर्व आईएएस कन्नन गोपीनाथ ने बीजेपी और मोदी-शाह पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पहली बार देश में धर्म के आधार पर कानून लाया गया है. बीजेपी कहती है ये नागरिकता देने वाला कानून है तो उन्होंने धर्म की शर्त क्यों रखी है. उन्होंने केंद्र सरकार को फांसीवादी कहा. साथ ही कहा कि आंदोलन से इस कानून को खत्म किया जाएगा. वहीं, महात्मा गांधी के प्रपौत्र तुषार गांधी ने कहा कि एक महारैली से इतनी बड़ी समस्या और यह तीनों कानून खत्म नहीं होने वाले हैं. इसके लिए लगातार कई बड़े आंदोलन की जरूरत है.