पटना: शनिवार के दिन पटना विश्वविद्यालय अंतर्गत मगध महिला कॉलेज में एनुअल स्पोर्ट्स मीट का आयोजन किया गया. जिसमें मुख्य अतिथि के तौर पर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री रेणु देवी मौजूद रहीं. इस मौके पर विभिन्न खेलों में उत्कृष्ट करने वाली 30 छात्राओं को गोल्ड मेडल से पुरस्कृत किया गया.
वहीं, कॉलेज चैंपियन और हाउस चैंपियन का खिताब जागृति हाउस को मिला. कॉलेज के एनुअल स्पोर्ट्स मीट के मौके पर योगा और ताइक्वांडो के प्रतिभागियों ने कॉलेज ग्राउंड में अपना प्रदर्शन भी दिखाया. साथी इस कार्यक्रम के दौरान उपमुख्यमंत्री रेणु देवी ने मगध महिला कॉलेज के सेकंड फ्लोर पर बने. नए फैब्रिकेटेड स्ट्रक्चर के ब्लॉक का भी उद्घाटन किया. इस नए ब्लॉक में फैब्रिकेटेड स्ट्रक्चर से आठ कमरे बनाए गए हैं.
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स्वस्थ जीवन के लिए खेल का एक बड़ा योगदान
कार्यक्रम के दौरान उपमुख्यमंत्री रेणु देवी ने बताया कि आज का दिन बहुत महत्वपूर्ण है. क्योंकि अभी मगध महिला कॉलेज का 75 वीं वर्षगांठ का समय चल रहा है और कॉलेज ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी एक पहचान बनाई है. उन्होंने कहा कि विभिन्न खेलों में पार्टिसिपेट करने वाली सभी छात्राओं को वह उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं देती हैं. स्वस्थ जीवन के लिए खेल का एक बड़ा योगदान है और खेल से युवाओं की स्वास्थ्य बेहतर होती है.
वहीं, खेलकूद के साथ पढ़ाई होने से छात्र-छात्राएं एक स्वस्थ वातावरण में शिक्षा ग्रहण करते हैं. खेलकूद के कार्यक्रम से एकता का महत्व छात्र-छात्राएं समझते हैं और खेल के माध्यम से ही सबका साथ और सबका विकास का सपना साकार हो सकता है.
नया फैब्रिकेटेड स्ट्रक्चर बनकर तैयार
मगध महिला कॉलेज की प्राचार्य प्रोफेसर डॉ. शशि शर्मा ने बताया कि वह बिहार सरकार के प्रति अपना आभार जताना चाहती है क्योंकि सरकार के सहयोग के कारण कॉलेज का नया फैब्रिकेटेड स्ट्रक्चर बनकर तैयार हुआ है.
उन्होंने बताया कि कॉलेज का भवन काफी पुराना है और इसके ऊपर नया निर्माण नहीं हो सकता था. इस वजह से फैब्रिकेटेड स्ट्रक्चर से कॉलेज भवन के सेकंड फ्लोर पर एक नया फैब्रिकेटेड ब्लॉक तैयार हुआ है. जिसमें कुल 6 कमरे और दो बड़े हॉल हैं. सभी पूरी तरह से वातानुकूलित है और इसके लिए 32 एयर कंडीशनर लगाए जा रहे हैं.
पीजी के कई विभाग होंगे शुरु
उन्होंने बताया कि कॉलेज के पास स्पेस की कमी थी और ऐसे में कॉलेज को 6 बड़े कमरे और 2 बड़े हॉल उपलब्ध हो जाने से जो स्पेस की कमी को दूर कर लिया गया है. स्पेस की कमी होने की वजह से कॉलेज में पीजी के कई विभाग शुरू नहीं हो पाए थे जो अब यहां शुरू किए जाएंगे.