पटनाः लद्दाख में भारत-चीन के जवानों के बीच हिंसक झड़प में बिहटा प्रखंड स्थित तारानगर के हवलदार सुनील कुमार शहीद हो गए. शहीद का आज अंतिम संस्कार किया गया. वहीं, गुरुवार शाम में शहीद के परिवार को मदद के लिए अमहारा कंस्ट्रक्शन कंपनी के चेयरमैन उनके घर पहुंचे. जहां, लोगों ने कंपनी की तरफ से 5 लाख की चेक आर्थिक मदद के रुप में दी. यह आम लोगों की तरफ से शहीद परिवार को पहली मदद मिली है.
कंपनी के मालिक एवं चेयरमैन राकेश सिंह ने शहीद हवलदार सुनील कुमार की पत्नी को 5 लाख का चेक सौंपा. उन्होंने बताया कि कंपनी और बिहटा के लोग हमेशा शहीद के परिवार के साथ खड़े हैं. जब भी जरूरत पड़ी तो मदद करने के लिए आगे आएंगे. उन्होंने कहा कि शहीदों के सम्मान में उनका छोटा योगदान है. परिवार को जरुरत पड़ने पर उनकी कंपनी आगे भी मदद करेगी. वहीं, शहीद सुनील कुमार की तस्वीर पर पुष्प चढ़ाकर श्रद्धांजलि दी.
वीर सपूत के शहादत पर गर्व
अमहारा कंस्ट्रक्शन कंपनी के चेयरमैन राकेश सिंह ने कहा कि इस इलाके के एक वीर सपूत ने सीमा की रक्षा करते हुए शहादत दी है. उनके बलिदान पर देश को गर्व है वहीं, दूसरी तरफ चीनी सेना की कायराना हरकत पर मन में गुस्सा भी है. उन्होंने सरकार सेे मांग करते हुए कहा कि सरकार जवानों की शहादत का बदला जल्द ले. चीन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए उसे मुंहतोड़ जवाब दे. इससे पहले भी लॉकडाउन के दौरान कंपनी की तरफ से जरुरतमंद परिवार को मदद किया गया है.
शहीद की पत्नी ने की सरकार से मांग
बता दें कि बीते मंगलवार को भारत-चीन की सेनाओं के बीच हिंसक झड़प में 20 जवान शहीद हो गए. जिसमें बिहार रेजीमेंट के बिहार राज्य के 6 जवान शामिल हैं. इसमें एक बिहटा के तारानगर निवासी हवलदार सुनील कुमार भी शामिल थे. शहीद का जिनका गुरुवार को सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. वहीं, शहीद की पत्नी ने सरकार से शहादत का बदला चीन के खिलाफ कार्रवाई कर लेने की मांग की है.