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'JDU ने उपेंद्र कुशवाहा को अध्यक्ष नहीं बनाकर उनको औकात बता दी, RJD के साथ आएं कुशवाहा समाज'

आरजेडी नेता आलोक मेहता (Alok Mehta) ने उपेंद्र कुशवाहा को जेडीयू अध्यक्ष नहीं बनाए जाने को कुशवाहा समाज के साथ धोखा बताया है. उन्होंने कहा कि पार्टी ने उन्हें उनकी औकात दिखा दी. लंबे समय से अपेक्षा पाले कुशवाहा को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान मंच पर जगह तक नहीं दी गई.

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आलोक मेहता
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Published : Aug 1, 2021, 6:39 PM IST

पटना: ललन सिंह (Lalan Singh) के जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के साथ ही विपक्ष की ओर से पार्टी पर हमले शुरू हो गए हैं. मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी (RJD) के प्रधान महासचिव आलोक मेहता (Alok Mehta) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर कुशवाहा समाज की उपेक्षा का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि उनके इस फैसले से समाज के लोगों में काफी गुस्सा है.

ये भी पढ़ें- अध्यक्ष बनने पर बोले ललनः पांच राज्यों में पार्टी लड़ेगी चुनाव, साथ छोड़कर गए कार्यकर्ताओं की होगी घर वापसी

मीडिया से बातचीत करते हुए आरजेडी नेता आलोक मेहता ने कहा कि जेडीयू अध्यक्ष की ताजपोशी को लेकर पूरे बिहार के साथ-साथ कुशवाहा समाज की भी नजर थी. उपेंद्र कुशवाहा की भी अपेक्षा थी कि उन्हें यह पद दिया जाएगा, लेकिन उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं बनाकर पार्टी ने उन्हें उनकी औकात दिखा दी. राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान मंच पर भी कुशवाहा को जगह नहीं मिली. इस फैसले से कुशवाहा समाज में काफी गुस्सा में है.

आलोक मेहता का बयान

आलोक मेहता ने कहा उपेंद्र कुशवाहा लगभग 10 वर्षों से कुशवाहा समाज को मुख्यमंत्री का सपना दिखाते रहे और आखिरकार कुछ महीने पहले खुद को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के चरणों में समर्पित कर दिया था. आज कुशवाहा समाज खुद को छला हुआ और उपेक्षित महसूस कर रहा है.

ये भी पढ़ें- JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद ललन सिंह के सामने ये है सबसे बड़ी चुनौती

उन्होंने कहा कि कुशवाहा समाज मूल रूप से महात्मा बुद्ध और शहीद जगदेव प्रसाद के विचार और सिद्धांत पर चलने वाले लोग हैं. निश्चित तौर पर 90 के दशक में जब आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने जगदेव बाबू के नारों और विचारों पर चलकर सामाजिक न्याय और धर्मनिरपेक्षता का झंडा बुलंद किया. बोर्ड और निगम से लेकर तमाम जगहों पर कुशवाहा समाज के लोगों की भागीदारी सुनिश्चित की, लेकिन बाद के दिनों में ऐसा नहीं रहा.

आरजेडी नेता ने कहा कि फिलहाल जिस तरह की स्थिति दिख रही है, निश्चित तौर पर वर्तमान सरकार कुशवाहा कुशवाहा समाज को पूरी तरह से नकार रही है. हम एक बार फिर से कुशवाहा समाज के लोगो से अपील करेंगे कि तेजस्वी यादव के नेतृत्व में वो हमारे साथ आएं और अपनी भागीदारी को मजबूत बनाएं ताकि उनको वाजिब हिस्सेदारी मिल सके.

"उपेंद्र कुशवाहा को राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं बनाकर जनता दल यूनाइटेड ने उनको अपनी औकात बता दी. हम कुशवाहा समाज के लोगों से अपील करते हैं कि राष्ट्रीय जनता दल के पक्ष में उठकर खड़ें हों और साथ दें. आने वाले दिन में पार्टी से लेकर सत्ता तक आपकी हिस्सेदारी सुनिश्चित की जाएगी"- आलोक मेहता, महासचिव, आरजेडी

आपको बताएं कि शनिवार को दिल्ली में आयोजित जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान आरसीपी सिंह की जगह राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह को पार्टी का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया है. हालांकि उपेंद्र कुशवाहा के नाम को लेकर भी लगातार कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन फैसला मुंगेर से सांसद ललन सिंह के पक्ष में गया. कुशवाहा फिलहाल जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष हैं.

पटना: ललन सिंह (Lalan Singh) के जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के साथ ही विपक्ष की ओर से पार्टी पर हमले शुरू हो गए हैं. मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी (RJD) के प्रधान महासचिव आलोक मेहता (Alok Mehta) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) पर कुशवाहा समाज की उपेक्षा का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि उनके इस फैसले से समाज के लोगों में काफी गुस्सा है.

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मीडिया से बातचीत करते हुए आरजेडी नेता आलोक मेहता ने कहा कि जेडीयू अध्यक्ष की ताजपोशी को लेकर पूरे बिहार के साथ-साथ कुशवाहा समाज की भी नजर थी. उपेंद्र कुशवाहा की भी अपेक्षा थी कि उन्हें यह पद दिया जाएगा, लेकिन उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं बनाकर पार्टी ने उन्हें उनकी औकात दिखा दी. राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान मंच पर भी कुशवाहा को जगह नहीं मिली. इस फैसले से कुशवाहा समाज में काफी गुस्सा में है.

आलोक मेहता का बयान

आलोक मेहता ने कहा उपेंद्र कुशवाहा लगभग 10 वर्षों से कुशवाहा समाज को मुख्यमंत्री का सपना दिखाते रहे और आखिरकार कुछ महीने पहले खुद को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के चरणों में समर्पित कर दिया था. आज कुशवाहा समाज खुद को छला हुआ और उपेक्षित महसूस कर रहा है.

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उन्होंने कहा कि कुशवाहा समाज मूल रूप से महात्मा बुद्ध और शहीद जगदेव प्रसाद के विचार और सिद्धांत पर चलने वाले लोग हैं. निश्चित तौर पर 90 के दशक में जब आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने जगदेव बाबू के नारों और विचारों पर चलकर सामाजिक न्याय और धर्मनिरपेक्षता का झंडा बुलंद किया. बोर्ड और निगम से लेकर तमाम जगहों पर कुशवाहा समाज के लोगों की भागीदारी सुनिश्चित की, लेकिन बाद के दिनों में ऐसा नहीं रहा.

आरजेडी नेता ने कहा कि फिलहाल जिस तरह की स्थिति दिख रही है, निश्चित तौर पर वर्तमान सरकार कुशवाहा कुशवाहा समाज को पूरी तरह से नकार रही है. हम एक बार फिर से कुशवाहा समाज के लोगो से अपील करेंगे कि तेजस्वी यादव के नेतृत्व में वो हमारे साथ आएं और अपनी भागीदारी को मजबूत बनाएं ताकि उनको वाजिब हिस्सेदारी मिल सके.

"उपेंद्र कुशवाहा को राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं बनाकर जनता दल यूनाइटेड ने उनको अपनी औकात बता दी. हम कुशवाहा समाज के लोगों से अपील करते हैं कि राष्ट्रीय जनता दल के पक्ष में उठकर खड़ें हों और साथ दें. आने वाले दिन में पार्टी से लेकर सत्ता तक आपकी हिस्सेदारी सुनिश्चित की जाएगी"- आलोक मेहता, महासचिव, आरजेडी

आपको बताएं कि शनिवार को दिल्ली में आयोजित जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान आरसीपी सिंह की जगह राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह को पार्टी का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया है. हालांकि उपेंद्र कुशवाहा के नाम को लेकर भी लगातार कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन फैसला मुंगेर से सांसद ललन सिंह के पक्ष में गया. कुशवाहा फिलहाल जेडीयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष हैं.

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