पटना: हवा में नमी होने के कारण लगातार पटना में वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ता चला जा रहा है. रविवार को पटना के राजा बाजार क्षेत्र में वायु प्रदूषण का स्तर 257 तक पहुंच गया है. वहीं बात करें पटना के इको पार्क क्षेत्र की तो इधर वायु प्रदूषण का स्तर 157 हो गया है. पटना के दानापुर में भी वायु प्रदूषण का स्तर 167 तक पहुंच गया है. ठंड की आहट शुरू होते ही राजधानी पटना में लोग अब जहरीली हवा में सांस लेने लगे हैं.
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एयर क्वालिटी इंडेक्स में इजाफा: बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड कितना भी दावा कर ले बावजूद इसके राजधानी पटना में एयर क्वालिटी इंडेक्स में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है, मुख्य रूप से हवा में धूलकण की मात्रा बढ़ने के कारण वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ता ही चला जा रहा है. पटना नगर निगम द्वारा राजधानी पटना की सड़कों पर डीजल वाली बसों के परिचालन को रोका जा चुका है लेकिन इसका कुछ खास असर नहीं नजर आ रहा.
नगर निगम करा रहा पानी का छिड़काव: राजधानी पटना में डीजल से चलने वाले बसों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. बावजूद इसके हवा में धूलकण की मात्रा बढ़ना एक चिंता का विषय बना हुआ है. फिलहाल राजधानी पटना की सड़कों पर पटना नगर निगम समय-समय पर धूल कम हो इसको लेकर पानी का छिड़काव करवा रहा है, लेकिन इसका भी कुछ खास असर नहीं देखा जा रहा. अब देखना यह है कि पर्व-त्यौहार के मौसम में राजधानी पटना में एयर क्वालिटी इंडेक्स का क्या हाल रहेगा.
जहरीली हवा में सांस ले रहे राजधानी के लोग: राजधानी पटना में अभी भी हवा में पीएम 10 कण की मात्रा लगातार मिल रहा है और यह मानक से तीन गुने तक ज्यादा हो गया है और यही कारण है कि वायु प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता चल चला जा रहा है. राजधानी पटना के लोग अब जहरीली हवा सांस के रूप में ले रहे हैं, जिससे वो कई गंभीर बिमारियों से ग्रसित हो सकते हैं.
लोग कर रहे गाइडलाइन का उल्लंघन: बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने जो गाइडलाइन जारी किया है, लोग उसका उल्लंघन करते नजर आ रहे हैं. अभी भी राजधानी पटना के कई जगहों पर खुले में लोग कचरा और अंगीठी जलाते नजर आ रहे हैं. यही कारण है कि वायु प्रदूषण लगातार बढ़ती चली जा रही है. अगर लोग नहीं संभले तो आने वाले दिनों में खुली हवा में सांस लेना काफी मुश्किल हो जाएगा.