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पटना की हवा में भी सांस लेना मुश्किल, प्रदूषण बोर्ड चिंतित - Patna dirtiest city

गया में पीएम2.5 का स्तर 317 माइक्रोग्राम और मुजफ्फरपुर में 369 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर दर्ज किया गया. हवा में नमी की मात्रा 91 फीसद होने के कारण धूल कण वायुमंडल के निचले स्तर पर छाए रहे

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Published : Nov 5, 2019, 8:19 AM IST

Updated : Nov 5, 2019, 8:56 AM IST

पटना: राजधानी पटना सहित कई शहरों में वायु प्रदूषण की स्थिति खतरनाक होती जा रही है। पटना की हवा की गुणवत्ता को लेकर राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड चिंतित है. देश में सबसे प्रदूषित हवा वाले शीर्ष 10 शहरों में पटना भी शामिल हो गया है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा रविवार को जारी वायु गुणवत्ता सूचकांक के अनुसार पटना का पीएम2.5 का स्तर 428 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर रिकॉर्ड किया गया

प्रदूषण से परेशान प्रदेश
राजधानी में प्रदूषण ने एक बार फिर कहर बरपाना शुरू कर दिया है. हालांकि प्रदूषण के आंकड़ों पर हमेशा सवाल उठते रहे हैं, क्योंकि प्रदूषण के आंकड़ों के लिए एकमात्र मॉनिटर राजधानी के तारामंडल के पास लगा है. लेकिन अब जल्द ही अन्य 4 जगहों पर भी एयर क्वालिटी मॉनिटर लगाए जा रहे हैं. जिनसे यहां के प्रदूषण के बारे में सही जानकारी मिल सकेगी.

एयर क्वालिटी मॉनिटर लगेंगे
प्रदूषित हवा और अत्यंत तेज आवाज के कारण ध्वनि प्रदूषण लोगों के लिए बड़ी समस्या बनती जा रही है. वहीं ठंड की आहट आते ही एयर क्वालिटी के मामले में राजधानी सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों की श्रेणी में आ गया है. फिलहाल प्रदूषण के आंकड़ों के लिए एकमात्र एयर क्वालिटी मॉनिटर तारामंडल के पास लगा है. लेकिन इस एकमात्र मॉनिटर से पूरे प्रदेश का प्रदूषण तय करना कहीं से भी उचित नहीं है.

पटना: राजधानी पटना सहित कई शहरों में वायु प्रदूषण की स्थिति खतरनाक होती जा रही है। पटना की हवा की गुणवत्ता को लेकर राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड चिंतित है. देश में सबसे प्रदूषित हवा वाले शीर्ष 10 शहरों में पटना भी शामिल हो गया है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा रविवार को जारी वायु गुणवत्ता सूचकांक के अनुसार पटना का पीएम2.5 का स्तर 428 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर रिकॉर्ड किया गया

प्रदूषण से परेशान प्रदेश
राजधानी में प्रदूषण ने एक बार फिर कहर बरपाना शुरू कर दिया है. हालांकि प्रदूषण के आंकड़ों पर हमेशा सवाल उठते रहे हैं, क्योंकि प्रदूषण के आंकड़ों के लिए एकमात्र मॉनिटर राजधानी के तारामंडल के पास लगा है. लेकिन अब जल्द ही अन्य 4 जगहों पर भी एयर क्वालिटी मॉनिटर लगाए जा रहे हैं. जिनसे यहां के प्रदूषण के बारे में सही जानकारी मिल सकेगी.

एयर क्वालिटी मॉनिटर लगेंगे
प्रदूषित हवा और अत्यंत तेज आवाज के कारण ध्वनि प्रदूषण लोगों के लिए बड़ी समस्या बनती जा रही है. वहीं ठंड की आहट आते ही एयर क्वालिटी के मामले में राजधानी सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों की श्रेणी में आ गया है. फिलहाल प्रदूषण के आंकड़ों के लिए एकमात्र एयर क्वालिटी मॉनिटर तारामंडल के पास लगा है. लेकिन इस एकमात्र मॉनिटर से पूरे प्रदेश का प्रदूषण तय करना कहीं से भी उचित नहीं है.

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Last Updated : Nov 5, 2019, 8:56 AM IST
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