सूरत: गुजरात के सूरत में शहर की एसओजी (स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप) ने एक बांग्लादेशी युवक को गिरफ्तार किया. लालगेट इलाके से बांग्लादेशी युवक फर्जी दस्तावेजों के साथ पकड़ा गया. उससे लंबी पूछताछ की गयी. पुलिस की इस कार्रवाई ने फर्जी दस्तावेजों पर देश में घुसपैठ करने वाले गिरोह पर सवाल खड़े कर दिए. पुलिस बांग्लादेश से भारत भेजे जाने वाले उसके कनेक्शन को खंगाल रही है.
कैसे पहुंचा भारतः पुलिस के अनुसार गिरफ्तार किये गये बांग्लादेशी युवक का नाम यूसुफ सरदार है. उसकी उम्र करीब 27 साल बतायी जा रही है. जानकारी के मुताबिक यूसुफ पिछले डेढ़ साल से सूरत की झुग्गियों में रह रहा था. वह मजदूरी करता था. पुलिस जांच में पता चला कि यूसुफ ने बांग्लादेशी एजेंट को 1000 टका देकर पश्चिम बंगाल के बंगोन से सतखिरा सीमा के पास से भारत में दाखिल हुआ था.
कैसे हुई कार्रवाईः एसओजी ने गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए लालगेट पलिया ग्राउंड की झुग्गियों में छापा मारा. आरोपी के बारे में मिली जानकारी के मुताबिक वह मूल रूप से बांग्लादेश के नरैल जिले के विष्णुपुर गांव का रहने वाला है. उसके पास से बांग्लादेश पासपोर्ट की ज़ेरॉक्स, फर्जी भारतीय वोटर कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, आधार कार्ड और मोबाइल फोन जब्त किया गया है.
क्या कहती है पुलिसः एसओजी के डीसीपी राजदीप सिंह नकुम ने बताया कि "आरोपी ने कबूल किया कि वह हावड़ा रेलवे स्टेशन से ट्रेन के जरिए सूरत आया था. यहां एक झुग्गी में रहता था. आरोपी के खिलाफ लालगेट पुलिस स्टेशन में बीएनएस की धारा 336(2), 336(3), 338, 340, पासपोर्ट अधिनियम और विदेशी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है. एसओपी सूरत में रह रहे अन्य अवैध बांग्लादेशी नागरिकों की तलाश कर रही है."
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