पटना: जनसुराज के संयोजक प्रशांत किशोर ने आज गंगा में डुबकी लगाई और इसको लेकर अब बिहार में सियासत तेज हो गई है. 'गंगा स्नान लोग तब करते हैं जब कुछ किए रहते हैं. जब कोई मन में पाप होता है तो पाप धोने के लिए लोग गंगा स्नान करते हैं. पता नहीं प्रशांत किशोर किस तरह के नेता है कि वह गंगा स्नान करने पहुंच गए हैं.' ऐसा बिहार सरकार की मंत्री शीला मंडल ने कहना है.
"जो लोग पाप करते हैं, वही गंगा में जाकर डुबकी लगाते हैं. गंगा पाप नाशिनी और मोक्षदायिनी है. यह बात बिहार की जनता बखूबी जानती है. प्रशांत किशोर लीडर नहीं डीलर हैं."- शीला मंडल, मंत्री, बिहार सरकार
पीके के गंगा में डुबकी लगाने पर सियासत: शीला मंडल ने आगे प्रशांत किशोर पर तंज कसते हुए कहा कि वह जब नेता बने तो उन्हें लोगों कि समस्या को देखना चाहिए था. हालांकि वह खुद ही गंगा स्नान करने पहुंच गए हैं. गंगा मोक्षदायनी और पाप नाशिनी होती है. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि किस तरह का पाप प्रशांत किशोर ने किया है कि गंगा स्नान कर रहे हैं. गंगा में डुबकी लगाने का अर्थ दुनिया जानती है.
'लीडर नहीं डीलर हैं पीके': शीला मंडल यहां तक ही नहीं रुकी उन्होंने प्रशांत किशोर पर जमकर निशाना साधा और कहा कि वह लीडर नहीं डीलर हैं. जिस तरह की राजनीति वह कर रहे हैं, वह बिहार की जनता देख रही है. इस राजनीति को क्या कहा जाए यह उनके समझ से परे है.
युवाओं को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं सीएम: वहीं प्रशांत किशोर के बिहार की युवा उनके साथ है ऐसा कहने वाले सवाल पर शीला मंडल ने कहा कि अब बिहार के युवा पढ़े-लिखे हैं, समझदार हैं और सब कुछ समझ रहे हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार युवाओं को आगे बढ़ाने का काम बिहार में कर रहे हैं. युवाओं को क्या करना है? किसके साथ जाना है? उसकी समझदारी उनमे ज्यादा है. इसलिए प्रशांत किशोर जो दावा कर रहे हैं वह पूरी तरह से गलत है.
बिहार के युवाओं को भ्रमित नहीं कर सकते पीके: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार बिहार के युवाओं को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं. बिहार को जिस तरह से वह विकसित कर रहे हैं, जिस तरह से युवाओं को रोजगार भी मिल रहा है. ये सभी युवा समझते हैं. किसी भी हालत में प्रशांत किशोर बिहार के युवाओं को भ्रम में नहीं डाल सकते हैं.
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