पटना: बिहार के कई जिलों में यूरिया के लिए मारामारी की खबर आती है. कालाबाजारी करने की शिकायत भी किसान करते हैं. पर राज्य के कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह (Amrendra Pratap Singh) का कहना है कि प्रदेश में यूरिया की कोई कमी नहीं है. कालाबाजारी का तो कोई सवाल ही नहीं उठता है.
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ईटीवी भारत से खास बातचीच में अमरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि विभाग लगातार मॉनिटरिंग कर रहा है. कहीं भी कोई अगर किसानों से ज्यादा दाम ले रहा है, तो इसको लेकर किसान विभाग में शिकायत कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि पूरे बिहार में ₹ 266 में 45 किलो के यूरिया का बैग उपलब्ध है. बिहार में अब खाद की कोई कमी नहीं है. पिछले दिनों इसमें कमी आयी थी जिसे दूर कर लिया गया है.
''इस बार ऐसे कृषि यंत्रों पर हम लोग ज्यादा छूट दे रहे हैं जिससे कि किसान पराली नहीं जलाएं. हमलोगों ने इसको लेकर अभियान चला रखा है कि किसान ऐसे यंत्र की ज्यादा से ज्यादा खरीददारी करें जिससे पर्यावरण की रक्षा हो सके. इस तरह के कई कृषि यंत्र विभाग द्वारा उपलब्ध कराए गए हैं. किसानों को इस पर ज्यादा अनुदान भी दिया जा रहा है.''- अमरेंद्र प्रताप सिंह, कृषि मंत्री, बिहार
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दरअसल, बीजेपी कार्यालय में आयोजित सहयोग कार्यक्रम में शुक्रवार को बिहार सरकार के कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह मौजूद थे. इस दौरान कृषि मंत्री ने कहा कि कृषि यंत्र पर अनुदान देना कोई नई योजना नहीं है लेकिन इसमें हमलोगों ने बदलाव किया है. किसानों की आय दोगुना हो, इसको लेकर विभाग समय-समय पर किसानों को अनुदान पर बीज खाद इत्यादि भी उपलब्ध करवा रहा है. बिहार सरकार लगातार किसान कल्याण की योजना चला रही है जिसका लाभ भी किसानों को मिल रहा है.
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