पटना: राजधानी पटना के दीघा से पटना सिटी तक गंगा नदी (Ganga River) में बन रहे गंगा पथ परियोजना (Ganga Path Project) के कार्य के लिये हडको (HUDCO) से दो हजार करोड़ के ऋण प्राप्त करने को लेकर समझौता हो गया. बिहार स्टेट रोड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (BSRDCL) के तरफ से प्रबंध निदेशक पंकज कुमार ने इस पर हस्ताक्षर किया.
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गौरतलब है कि बिहार स्टेट रोड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड की ओर से गंगा पथ परियोजना कार्यान्वित की जा रही है. 20.5 किलोमीटर लम्बे इस चार लेन पथ में 11.7 किलोमीटर उपरी पथ (एलिवेटेड) है. यह परियोजना कुल 3390 करोड़ रुपये की है. जिसमें राज्य सरकार की ओर से 1390 करोड़ रुपये का व्यय किया जा रहा है, जबकि शेष दो हजार करोड़ रुपये की राशि ऋण हाउसिंग अरबन डेवलपमेंट कॉरपोरेशन से लिया गया है.
गंगा पथ परियोजना का कार्य तीन हिस्सों में किया जा रहा है. पहला हिस्से में दीघा से शुरू होकर दुल्ली घाट तक 13.526 कलोमीटर का, फिर नसरूद्धीन घाट 16.676 किलोमीटर से धर्मशाला घाट 19.980 किलोमीटर तक. दूसरे चरण में दुल्ली घाट 13.526 किलोमीटर से नसरुद्धीन घाट 16.676 किलोमीटर तक और धर्मशाला घाट 19.980 किलोमीटर से पुराने एनएच 20.530 तक. वहीं तीसरे चरण में पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल को 7.40 किलोमीटर पर गंगा पथ से जोड़ा जाएगा.
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बता दें कि 20.5 किलोमीटर लम्बे इस पथ को एलसीटी घाट, एएन सिंहा इंस्टीच्यूट, कृष्णा घाट, गाय घाट, कंगन घाट और पटना घाट के पास अशोक राजपथ से मिलाया जाएगा. हडको द्वारा दिये जा रहे ऋण को टॉल और राज्य के संसाधन से चुकाया जायेगा. ऋण की कुल राशि को 64 तिमाही के अन्दर लौटायी जायेगी. बिहार स्टेट रोड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड की ओर से लिये गये ऋण पर राज्य सरकार की सहमति अगस्त 2021 में प्राप्त की गयी थी. समझौता होने के बाद अब गंगा परियोजना के काम में तेजी आएगी.