पटना: देश में कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए लॉकडाउन कर दिया गया है. इस कारण मजदूर और गरीब भुखमरी की कगार पर हैं. सरकार लगातार ये दावा कर रही है कि जरूरतमंदों तक सरकारी सहायता शीघ्र पहुंचाई जाएगी, लेकिन धरातल पर योजना नहीं उतर पाई है. बिहार सरकार के मंत्री श्याम रजक ने कहा कि गरीबों को सर्वे कराकर लाभ दिया जाएगा.
'बिना राशन कार्ड के भी मिलेगा योजनाओं का लाभ'
श्याम रजक ने कहा है कि राज्य के अंदर तीन तरह की समस्याएं है. पहली तो यह कि जिनके पास राशन कार्ड है और उन्हें अनाज नहीं मिल रहा है. दूसरा ये कि राशन कार्ड के लिए अप्लाई किया है और तीसरा जिनके पास राशन कार्ड नहीं है. सरकार तीनों कैटेगरी के लोगों का सर्वे करा रही है और सर्वे का काम पूरा होने के बाद गरीबों को योजनाओं का लाभ दिया जाएगा.
लॉकडाउन में बेरोजगारी सबसे बडी समस्या
गरीब-मजदूरों की बेरोजगारी कोरोना संकट के दौरान सबसे बड़ी समस्या बनकर उभरी है. कोरोना महामारी शुरू होते ही कई राज्यों से बिहार के लाखों मजदूरों ने पलायन कर दिया. ये वो मजदूर थे जो बचत नहीं करते, जिनकी कमाई से सिर्फ रोज का खाना पीना हो पाता है, जब ये बिहार पहुंचे तो यहां सबकुछ बाकी राज्यों की तरह ही ठप पड़ा था. एक तो बिहार में पहले से ही नौकरी की कमी थी, ऊपर से कोरोना ने बाकी बचे सारे विकल्प भी ठप कर दिए थे. अब देखना ये है कि क्या सरकार का ये प्लान इतने बड़े तबके को राहत दे पाता है या नहीं?