पटना: बिहार के नगर निकाय चुनाव में जीतने वाले 223 मुख्य पार्षदों और मेयरों की संपत्ति की एडीआर रिपोर्ट (ADR Report on Bihar Nagar Nikay) सामने आ गई है. एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की तरफ से 214 की संपत्ति का ब्यौरा जारी किया गया. जिसमें जीते हुए 97 जनप्रतिनिधि की संख्या करोड़पति हैं. इस रिपोर्ट के मुताबिक 19 फीसदी नेताओं पर आपराधिक मामले भी दर्ज हैं. इस मामले में 65 फीसदी महिला हैं. जिनकी संख्या 139 है.
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सामने आई एडीआर रिपोर्ट: नगर निकाय चुनाव के बाद एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक कटिहार नगर निगम की मेयर उषा देवी अग्रवाल 93 करोड़ 66 लाख की चल-अचल संपत्ति के साथ सबसे अमीर है. वहीं मुजफ्फरपुर पश्चिमी नगर पंचायत सरैया की मुख्य पार्षद कुमारी अर्चना 41.12 करोड की संपत्ति के साथ दूसरे स्थान पर हैं.
संपत्ति का ब्यौरा: बेतिया नगर निगम की मेयर गरिमा देवी 40.20 करोड की संपत्ति के साथ तीसरे स्थान पर है. वहीं दूसरी तरफ गया सदर स्थित नगर पंचायत वजीरगंज के मुख्य पार्षद बलदेव दास के पास केवल 51,000 रुपए की चल-अचल संपत्ति है.
मेयर की संपत्ति: एडीआर की रिपोर्ट में पटना नगर निगम की मेयर सीता साहू के पास कुल संपत्ति 8.16 करोड़ रुपए, बेगूसराय नगर निगम की मेयर पिंकी देवी के पास कुल संपत्ति 3.16 करोड़ रुपए, मुंगेर नगर निगम की मेयर कुमकुम देवी के पास कुल संपत्ति 76.15 लाख रुपए , सीतामढ़ी नगर परिषद के ब्रजेश कुमार जालान के पास 1.05 करोड़ की कुल संपत्ति है.
संपत्ति का लेखा-जोखा: इस रिपोर्ट में 214 मुख्य पार्षद और मेयर में से कुल 32 लोगों के पास 5 करोड़ से अधिक की संपत्ति, 30 जनप्रतिनिधियों के पास 2 करोड़ से 5 करोड़ के बीच की संपत्ति, 80 जनप्रतिनिधियों के पास 50 लाख से दो करोड़ की संपत्ति है. इसमें कुल 45 जनप्रतिनिधियों के पास 10 लाख से 50 लाख की कुल संपत्ति और 21 जनप्रतिनिधियों के पास 10 लाख से कम की कुल संपत्ति है.
उम्र-सीमा की जानकारी: बताया जाता है कि एडीआर रिपोर्ट में 214 मुख्य पार्षद और मेयर में से 96 लोगों की उम्र 21 से 40 वर्ष के बीच, 112 लोगों की उम्र 41 से 70 वर्ष के बीच और चार लोगों की उम्र 70 वर्ष से अधिक है. जबकि 2 जनप्रतिनिधि ने अपनी आयु घोषित नहीं की है.
कई लोगों पर आपराधिक मामले: कुल 214 मेयर और मुख्य पार्षद जिनके रिपोर्ट जारी किए हैं. उसमें 40 जनप्रतिनिधियों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं. सभी 27 जनप्रतिनिधियों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले और दो जनप्रतिनिधियों ने अपने खिलाफ हत्या से जुड़े मामले की जानकारी दी है. जबकि छह के खिलाफ हत्या के प्रयास के मामले और दो जनप्रतिनिधियों ने महिला के खिलाफ अपराध के मामले दर्ज होने की जानकारी दी है.
एडीआर के मुताबिक शैक्षणिक योग्यता: एडीआर ने शैक्षणिक योग्यता से संबंधित जानकारी दी है जिसमें 35% मुख्य पार्षदों ने पांचवी से दसवीं तक की शिक्षा प्राप्त की है. इनकी कुल संख्या 74 है. जबकि 36% यानी 78 जनप्रतिनिधि स्नातक या उससे अधिक शैक्षणिक योग्यता वाले लोग हैं. साथ ही 57 जनप्रतिनिधि साक्षर और चार जनप्रतिनिधि निरक्षर है.