पटना: राजधानी पटना के दियारा के बाढ़ पीड़ितों (Flood victim) के लिए दानापुर के बलदेवा स्कूल में राहत शिविर (relief camp) बनाया गया था. जिसमें बाढ़ से प्रभावित लोगों के खाने-पीने और रहने की व्यवस्था की गयी थी. वहीं, अंचलाधिकारी ने दो दिनों से शिविर में मिलने वाली सारी सुविधाओं को बंद करा दिया और लोगों को घर जाने के लिए कह दिया. दियारा इलाके में अभी पानी लगे होने के चलते शिविर में रह रहे लोग घर नहीं जा पा रहे हैं. वहीं, खाना-पीना बंद होने से उनको दो दिनों से भूखें-प्यासे किसी तरह राहत कैम्प में रहना पड़ रहा है.
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बता दें कि दानापुर में गंगा के जलस्तर में कमी आने पर भी दियारा निवासियों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है. बाढ़ त्रासदी में सब कुछ लुटा चुके बाढ़ पीड़ितों के लिए दानापुर बलदेवा स्कूल में चल रहे कैम्प और सरकारी सुविधाओं बंद कर दिया गया है. जिससे अब लोगों को खाने-पीने की समस्या हो रही है. इसको लेकर बाढ़ राहत शिविर में रहने वाले लोगों ने विरोध जताया है.
उन्होंने कहा कि अभी दियारा में कीचड़ भरा पड़ा है. हमारी झोपड़ी भी बाढ़ में बह गयी है. ऐसी स्थिति में वहां जाएंगे तो हम कैसे रहेंगे. सरकार ने पॉलिथीन की भी व्यवस्था नहीं की है. उन्होंने पॉलिथीन और बाढ़ राहत कोष से मिलने वाले 6 हजार रुपये की मांग की. लोगों ने बताया कि सीओ साहब ने कैम्प को खाली कर वापस जाने के लिए कहा है. खाना और पानी बंद होने से समस्या हो रही है.
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बाढ़ पीड़ित महिलाओं ने कहा कि कुछ दिन और कैम्प में सुविधायें दी जायें. छोटे-छोटे बच्चों को लेकर हम कहां जाएंगे. बाढ़ से हम लोगों का घर ढह गया है. जमीन दलदली हो गई है और पानी जमा हुआ है. घर का सारा सामान लेकर हम कैसे जाएंगे.
हालांकि इस संबंध में सीओ दानापुर मुकुल कुमार झा ने बताया कि दो दिन पहले राहत कैम्प बंद कर दिया गया. जब शिविर में रह रहे लोगों को जाने के लिए कहा गया तो उन्होंने कोई शिकायत नहीं की. ये सूचना मीडिया के माध्यम से पता चली. हम इसकी जांच कराएंगे.