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साइबर फ्रॉड से नए साल पर रहें सतर्क, जूते के मोजे जैसे बदले फोन का पासवर्ड- ADG

करोना काल के दौरान वर्क फ्रॉम होम का प्रचलन बढ़ गया है. स्टूडेंट्स घर से पढ़ाई कर रहे हैं. परीक्षा के लिए फॉर्म फिल अप आदि पेंमेंट भी डिजिटल तरीके से की जा रही है. साथ ही इन दिनों ज्यादातर लोग घर बैठे ही ऑनलाइन शॉपिंग कर रहे हैं. इस वजह से लोग साइबर अपराधियों के शिकार हो रहे हैं.

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Published : Dec 29, 2020, 5:33 PM IST

पटनाः नए साल के अवसर पर आपकी खुशियों पर किसी की ग्रहण न लगे, इसे लेकर सचेत रहने की जरूरत है. बिहार समेत पूरे देश में करोना काल के दौरान डिजिटल पेमेंट का स्कोप बढ़ गया है. इसके साथ ही साइबर फ्रॉड लोगों को लूटने के लिए नए नए तरीके आजमा रहे हैं. आर्थिक अपराध इकाई के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने कहा कि नए साल के अवसर पर लोगों को काफी सचेत रहने की जरूरत है. साइबर फ्रॉड नए साल में लोगों को तरह-तरह के प्रलोभन देकर ठगी कर सकते हैं.

नहीं करना चाहिए पब्लिक वाईफाई का प्रयोग
आर्थिक अपराध इकाई के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने कहा कि लोग जब नए साल में बाहर जाए तब भूल कर भी वाईफाई का प्रयोग न करें. साथ ही घर के वाईफाई के डिफॉल्टर पासवर्ड को भी बदलते रहना चाहिए. एडीजी ने कहा कि अपने मोबाइल, डेक्सटॉप या अकाउंट का हमेशा स्ट्रांग पासवर्ड रखना चाहिए. इससे साइबर फ्रॉड को अकॉउंट हैक करने में परेशानी आएगी.

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साइबर सिक्योरिटी के टिप्स

साइबर अपराधियों के शिकार हो रहे लोग
करोना काल के दौरान वर्क फ्रॉम होम का प्रचलन बढ़ गया है. स्टूडेंट्स घर से पढ़ाई कर रहे हैं. परीक्षा के लिए फॉर्म फिल अप आदि पेंमेंट भी डिजिटल तरीके से की जा रही है. साथ ही इन दिनों ज्यादातर लोग घर बैठे ही ऑनलाइन शॉपिंग कर रहे हैं. इस वजह से लोग साइबर अपराधियों के शिकार हो रहे हैं. इसे देखते हुए आर्थिक अपराध इकाई विभिन्न माध्यमों से लोगों को सचेत कर रहा है.

एक्टिव मोड में साइबर ठग
डिजिटल युग के दौर में ऑनलाइन क्राइम तेजी के साथ बढ़ा है. विश्वभर में जैसे ही कोरोना वायरस ने एंट्री ली, वैसे ही डिजिटल क्रांति पर चार चांद लग गए. व्यवसाय और पैसों का लेन देन सबकुछ डिजिटल नेटवर्क पर आधारित हो गया. ऐसे में साइबर ठग एक्टिव मोड में आ गए. लिहाजा इसके लिए सावधानी बरतने की जरूरत है.

देखें रिपोर्ट

"लोग आज पेंमेंट के लिए डिजिटल माध्यम का प्रयोज कर रहे हैं. हमने लोगों को साइबर ठगी से बचने के लिए कई जरूरी टिप्स दिए हैं. इससे बचने के लिए लोग अपने फोन या अकाउंट का पासवर्ड जूते के मोजे की तरह बदले. साथ ही किसी तरह के लिंक पर बिना सोचे समझे क्लिक न करें."- जितेंद्र सिंह गंगवार, एडीजी, आर्थिक अपराध इकाई

सावधानी है जरूरी

  • फेसबुक को माध्यम से यदि कोई रुपयों की डिमांड करता है, तो पहले उसे फोन कॉल कर लें.
  • ऑनलाइन खरीददारी करने से पहले साइट्स की पुष्टि कर लें कि कहीं वो फेक तो नहीं. इसके लिए आप ऑनलाइन मार्केटिंग वाली वेबसाइट्स के ऐप को सावधानी के साथ डाउनलोड करें.
  • सार्वजनिक जगह पर फोन चार्ज ना करें.
  • सार्वजनिक जगह पर इंटरनेट के माध्यम से लेनदेन करते समय वाईफाई का इस्तेमाल भूल कर भी नहीं करना चाहिए.
  • बैंक कभी किसी को कॉल नहीं करता. भूलकर भी ऐसी फेक कॉल जिसमें पिन संबंधित जानकारी मांगी जाए, उन्हें कोई भी जानकारी ना दें.
  • अपने फोन पर अनवांटेड ऐप ना रखें.
  • लैपटॉप या डेस्कटॉप पर अपनी ईमेल आईडी, सोशल मीडिया अकाउंट को लॉग आउट जरूर करें.
cyber fraud
साइबर फ्रॉड के बाद जरूरी कदम

एंटीवायरस एप्लीकेशन को रखें अपडेट
जितेंद्र सिंह गंगवार ने कहा कि जब तक आवश्यकता न हो तब तक रिमोट एक्सेस ऑन नही रखें. इसके अलावा सभी डिफॉल्टर पासवर्ड बदलें और ऑनलाइन खाते के लिए मजबूत पासवर्ड रखें. उन्होंने कहा कि सार्वजनिक रूप से सोशल मीडिया पर मीटिंग के लिंक को भूलकर भी साझा न करें. साथ ही सभी ऑपरेटिंग सिस्टम में एंटीवायरस एप्लीकेशन को अपडेट रखना चाहिए. लोग थोड़ी सावधानी बरतकर साइबर ठगी की चपेट में आने से बच सकते हैं.

पटनाः नए साल के अवसर पर आपकी खुशियों पर किसी की ग्रहण न लगे, इसे लेकर सचेत रहने की जरूरत है. बिहार समेत पूरे देश में करोना काल के दौरान डिजिटल पेमेंट का स्कोप बढ़ गया है. इसके साथ ही साइबर फ्रॉड लोगों को लूटने के लिए नए नए तरीके आजमा रहे हैं. आर्थिक अपराध इकाई के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने कहा कि नए साल के अवसर पर लोगों को काफी सचेत रहने की जरूरत है. साइबर फ्रॉड नए साल में लोगों को तरह-तरह के प्रलोभन देकर ठगी कर सकते हैं.

नहीं करना चाहिए पब्लिक वाईफाई का प्रयोग
आर्थिक अपराध इकाई के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने कहा कि लोग जब नए साल में बाहर जाए तब भूल कर भी वाईफाई का प्रयोग न करें. साथ ही घर के वाईफाई के डिफॉल्टर पासवर्ड को भी बदलते रहना चाहिए. एडीजी ने कहा कि अपने मोबाइल, डेक्सटॉप या अकाउंट का हमेशा स्ट्रांग पासवर्ड रखना चाहिए. इससे साइबर फ्रॉड को अकॉउंट हैक करने में परेशानी आएगी.

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साइबर सिक्योरिटी के टिप्स

साइबर अपराधियों के शिकार हो रहे लोग
करोना काल के दौरान वर्क फ्रॉम होम का प्रचलन बढ़ गया है. स्टूडेंट्स घर से पढ़ाई कर रहे हैं. परीक्षा के लिए फॉर्म फिल अप आदि पेंमेंट भी डिजिटल तरीके से की जा रही है. साथ ही इन दिनों ज्यादातर लोग घर बैठे ही ऑनलाइन शॉपिंग कर रहे हैं. इस वजह से लोग साइबर अपराधियों के शिकार हो रहे हैं. इसे देखते हुए आर्थिक अपराध इकाई विभिन्न माध्यमों से लोगों को सचेत कर रहा है.

एक्टिव मोड में साइबर ठग
डिजिटल युग के दौर में ऑनलाइन क्राइम तेजी के साथ बढ़ा है. विश्वभर में जैसे ही कोरोना वायरस ने एंट्री ली, वैसे ही डिजिटल क्रांति पर चार चांद लग गए. व्यवसाय और पैसों का लेन देन सबकुछ डिजिटल नेटवर्क पर आधारित हो गया. ऐसे में साइबर ठग एक्टिव मोड में आ गए. लिहाजा इसके लिए सावधानी बरतने की जरूरत है.

देखें रिपोर्ट

"लोग आज पेंमेंट के लिए डिजिटल माध्यम का प्रयोज कर रहे हैं. हमने लोगों को साइबर ठगी से बचने के लिए कई जरूरी टिप्स दिए हैं. इससे बचने के लिए लोग अपने फोन या अकाउंट का पासवर्ड जूते के मोजे की तरह बदले. साथ ही किसी तरह के लिंक पर बिना सोचे समझे क्लिक न करें."- जितेंद्र सिंह गंगवार, एडीजी, आर्थिक अपराध इकाई

सावधानी है जरूरी

  • फेसबुक को माध्यम से यदि कोई रुपयों की डिमांड करता है, तो पहले उसे फोन कॉल कर लें.
  • ऑनलाइन खरीददारी करने से पहले साइट्स की पुष्टि कर लें कि कहीं वो फेक तो नहीं. इसके लिए आप ऑनलाइन मार्केटिंग वाली वेबसाइट्स के ऐप को सावधानी के साथ डाउनलोड करें.
  • सार्वजनिक जगह पर फोन चार्ज ना करें.
  • सार्वजनिक जगह पर इंटरनेट के माध्यम से लेनदेन करते समय वाईफाई का इस्तेमाल भूल कर भी नहीं करना चाहिए.
  • बैंक कभी किसी को कॉल नहीं करता. भूलकर भी ऐसी फेक कॉल जिसमें पिन संबंधित जानकारी मांगी जाए, उन्हें कोई भी जानकारी ना दें.
  • अपने फोन पर अनवांटेड ऐप ना रखें.
  • लैपटॉप या डेस्कटॉप पर अपनी ईमेल आईडी, सोशल मीडिया अकाउंट को लॉग आउट जरूर करें.
cyber fraud
साइबर फ्रॉड के बाद जरूरी कदम

एंटीवायरस एप्लीकेशन को रखें अपडेट
जितेंद्र सिंह गंगवार ने कहा कि जब तक आवश्यकता न हो तब तक रिमोट एक्सेस ऑन नही रखें. इसके अलावा सभी डिफॉल्टर पासवर्ड बदलें और ऑनलाइन खाते के लिए मजबूत पासवर्ड रखें. उन्होंने कहा कि सार्वजनिक रूप से सोशल मीडिया पर मीटिंग के लिंक को भूलकर भी साझा न करें. साथ ही सभी ऑपरेटिंग सिस्टम में एंटीवायरस एप्लीकेशन को अपडेट रखना चाहिए. लोग थोड़ी सावधानी बरतकर साइबर ठगी की चपेट में आने से बच सकते हैं.

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