पटना: भारतीय स्टेट बैंक पेंशनर्स एसोसिएशन ने राजधानी स्थित अतिथि गृह में प्रेस वार्ता कर अपनी 9 सूत्री मांगों को सरकार के सामने रखा. कर्मियों का कहना है कि कोरोना संक्रमण से बैंक कर्मियों के बीच काफी भय व्याप्त हैं. स्टेट बैंक की शाखा के साथ-साथ स्थानीय प्रधान कार्यालय, सभी आंचलिक कार्यालय और क्षेत्रीय कार्यालयों में भी काफी संख्या में लोग कोरोना के शिकार हो रहे हैं.
9 सूत्री मांगों की सूची
- सभी बैंकों में सिर्फ आवश्यक लेनदेन का कार्य हो
- बैंक की कार्य अवधि प्रातः 10:00 बजे से अपराहन 2:00 बजे तक हो
- एक-एक दिन के अंतराल पर बैंक आने की व्यवस्था की जाए
- बैंक के प्रत्येक एटीएम, अतिरिक्त परिषद और प्रत्येक ग्राहक को लेनदेन के पूर्व सेनीटाइज किया जाए
- बैंक के मुख्य द्वार पर बिना मास्टर थर्मल स्क्रीनिंग के अंदर प्रवेश वर्जित की जाए
- कोरोना से मृत कर्मियों को समान रूप से पति-पत्नी को बैंक में नौकरी दी जाए साथ ही पेंशन का भी प्रावधान हो
- कोरोना से मृत कर्मियों के ऋण को पूर्ण रूप से माफ की जाए
- बैंक कर्मियों को इलाज के दौरान अस्पतालों में अतिरिक्त सुविधा दी जाए
- बैंक कर्मियों के कोरोना संक्रमण की चपेट में आने के बाद इलाज के खर्च बैंक उठाए
भारतीय स्टेट बैंक अधिकारी संगठन के पूर्व अध्यक्ष उमाकांत सिंह ने कहा कि सरकार अविलंब इस पर निर्णय ले और यह सारी सुविधाएं बैंक कर्मियों को प्रदान की जाए, नहीं तो आगे और लंबी लड़ाई लड़ी जाएगी.