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सोमवार को पीएमसीएच में कोरोना से 7 मरीजों की हुई मौत

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Published : May 4, 2021, 2:13 AM IST

बिहार में एक ओर जहां लगातार कोरोना संक्रमण की रफ्तार बढ़ती जा रही है. वहीं दूसरी तरफ जांच की रफ्तार भी कम हो गई है. वहीं सोमवार को पटना के पीएमसीएच में 7 कोरोना मरीजों की मौत हो गई. प्रशासन की ओर से संक्रमण को रोकने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है.

पीएमसीएच, पटना
पीएमसीएच, पटना

पटना:प्रदेश में संक्रमण के मामले एक तरफ तेजी से बढ़ रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ जांच की रफ्तार भी काफी कम हो गई है. वह भी तब जब प्रदेश में हर छह जांच में एक जांच रिपोर्ट पॉजिटिव रह रही है. प्रदेश में बीते 24 घंटे में कोरोना के 72,658 सैंपल के ही जांच हुए. जिनमें से 11,407 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. प्रदेश में एक्टिव मरीजों की संख्या 1,07,667 हो गई है. सोमवार को प्रदेश में कोरोना के सर्वाधिक नए मरीज पटना में मिले और यहां नए मरीजों की संख्या 2028 रही. प्रदेश में अभी के समय सरकार सिर्फ अपनी फजीहत बचाने के लिए बड़े-बड़े दावे कर रही है.

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जांच की रफ्तार धीमी:
एक तरफ सरकार के मुखिया नीतीश कुमार का निर्देश है कि प्रदेश में संक्रमण की गंभीरता को देखते हुए अधिक से अधिक संक्रमण का पता लगाया जाए और इसके लिए प्रतिदिन कम से कम एक लाख जांच हो लेकिन जांच कम संख्या में हो रहे हैं और सरकार सिर्फ मूक दर्शक बनकर देख रही है. प्रदेश के विभिन्न कोणों से यह शिकायत मिल रही है कि कोरोना जांच केंद्र पर कोरोना जांच कीट काफी कम संख्या में आ रहे हैं. ऐसे में सभी का जांच नहीं हो पा रहा है. प्रदेश में संक्रमण से होने वाली मौतों का आलम यह है कि शमशान घाट पर शवों के लंबी कतार नजर आ रहे हैं और ऐसी स्थिति में भी जांच कम क्यों हो रहा है. इस बारे में सरकार की तरफ से कुछ बताया नहीं जा रहा. जांच कम संख्या में करके प्रदेश में कोरोना मरीजों का रिकवरी प्रतिशत आंकड़ो में बढ़ाया जा रहा है. कोरोना जांच कम होने से एक दिन में ही प्रदेश का रिकवरी प्रतिशत 77.36% से बढ़कर 78.29% हो गया है.

पीएमसीएच में 7 कोरोना मरीज की हुई मौत
प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल पीएमसीएच की बात करें तो वर्तमान समय में यहां 102 मरीज एडमिट है. जिनमें जनरल वार्ड में 77 और आईसीयू में 25 मरीज एडमिट हैं. अस्पताल के आईसीयू में बेड सभी फूल हैं जबकि जनरल वार्ड में 4 बेड खाली हैं. 102 मरीजों में 98 पटना जिले के मरीज हैं और चार प्रदेश के अन्य जिलों के मरीज हैं. पीएमसीएच में बीते 24 घंटे में कोरोना से 7 मरीजों की जान गई है. मृतकों में 3 पुरुष और 4 महिलाएं शामिल है. मरने वालों में पांच पटना जिले के रहने वाले थे. जबकि एक मरीज छपरा तो दूसरा नालंदा का निवासी था. वहीं सोमवार को पीएमसीएच में 18 नए मरीज एडमिट हुए हैं जबकि 11 मरीज को डिस्चार्ज भी किया गया है.

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6 दिनों बाद प्रदेश में एक लाख से अधिक हुआ वैक्सीनेशन
सोमवार को 6 दिनों बाद प्रदेश में कोरोना वैक्सीनेशन अभियान में उत्साह नजर आया और एक लाख से अधिक वैक्सीनेशन हुआ. सोमवार को प्रदेश में 1,16,805 वैक्सीनेशन हुए. जिसमें 52,942 लोगों को वैक्सीन का पहला डोज पड़ा. जबकि 63,863 लोगों को वैक्सीन का दूसरा डोज पड़ा. प्रदेश में अब तक 61,02,230 लोगों को वैक्सीन का पहला डोज पड़ चुका है, जबकि 13,16,751 लोगों को वैक्सीन का दूसरा डोज पड़ चुका है.

पटना:प्रदेश में संक्रमण के मामले एक तरफ तेजी से बढ़ रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ जांच की रफ्तार भी काफी कम हो गई है. वह भी तब जब प्रदेश में हर छह जांच में एक जांच रिपोर्ट पॉजिटिव रह रही है. प्रदेश में बीते 24 घंटे में कोरोना के 72,658 सैंपल के ही जांच हुए. जिनमें से 11,407 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. प्रदेश में एक्टिव मरीजों की संख्या 1,07,667 हो गई है. सोमवार को प्रदेश में कोरोना के सर्वाधिक नए मरीज पटना में मिले और यहां नए मरीजों की संख्या 2028 रही. प्रदेश में अभी के समय सरकार सिर्फ अपनी फजीहत बचाने के लिए बड़े-बड़े दावे कर रही है.

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जांच की रफ्तार धीमी:
एक तरफ सरकार के मुखिया नीतीश कुमार का निर्देश है कि प्रदेश में संक्रमण की गंभीरता को देखते हुए अधिक से अधिक संक्रमण का पता लगाया जाए और इसके लिए प्रतिदिन कम से कम एक लाख जांच हो लेकिन जांच कम संख्या में हो रहे हैं और सरकार सिर्फ मूक दर्शक बनकर देख रही है. प्रदेश के विभिन्न कोणों से यह शिकायत मिल रही है कि कोरोना जांच केंद्र पर कोरोना जांच कीट काफी कम संख्या में आ रहे हैं. ऐसे में सभी का जांच नहीं हो पा रहा है. प्रदेश में संक्रमण से होने वाली मौतों का आलम यह है कि शमशान घाट पर शवों के लंबी कतार नजर आ रहे हैं और ऐसी स्थिति में भी जांच कम क्यों हो रहा है. इस बारे में सरकार की तरफ से कुछ बताया नहीं जा रहा. जांच कम संख्या में करके प्रदेश में कोरोना मरीजों का रिकवरी प्रतिशत आंकड़ो में बढ़ाया जा रहा है. कोरोना जांच कम होने से एक दिन में ही प्रदेश का रिकवरी प्रतिशत 77.36% से बढ़कर 78.29% हो गया है.

पीएमसीएच में 7 कोरोना मरीज की हुई मौत
प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल पीएमसीएच की बात करें तो वर्तमान समय में यहां 102 मरीज एडमिट है. जिनमें जनरल वार्ड में 77 और आईसीयू में 25 मरीज एडमिट हैं. अस्पताल के आईसीयू में बेड सभी फूल हैं जबकि जनरल वार्ड में 4 बेड खाली हैं. 102 मरीजों में 98 पटना जिले के मरीज हैं और चार प्रदेश के अन्य जिलों के मरीज हैं. पीएमसीएच में बीते 24 घंटे में कोरोना से 7 मरीजों की जान गई है. मृतकों में 3 पुरुष और 4 महिलाएं शामिल है. मरने वालों में पांच पटना जिले के रहने वाले थे. जबकि एक मरीज छपरा तो दूसरा नालंदा का निवासी था. वहीं सोमवार को पीएमसीएच में 18 नए मरीज एडमिट हुए हैं जबकि 11 मरीज को डिस्चार्ज भी किया गया है.

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6 दिनों बाद प्रदेश में एक लाख से अधिक हुआ वैक्सीनेशन
सोमवार को 6 दिनों बाद प्रदेश में कोरोना वैक्सीनेशन अभियान में उत्साह नजर आया और एक लाख से अधिक वैक्सीनेशन हुआ. सोमवार को प्रदेश में 1,16,805 वैक्सीनेशन हुए. जिसमें 52,942 लोगों को वैक्सीन का पहला डोज पड़ा. जबकि 63,863 लोगों को वैक्सीन का दूसरा डोज पड़ा. प्रदेश में अब तक 61,02,230 लोगों को वैक्सीन का पहला डोज पड़ चुका है, जबकि 13,16,751 लोगों को वैक्सीन का दूसरा डोज पड़ चुका है.

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