पटना: शहर में संक्रमण पैर पसार रहा है. बिहार में लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है. इसके लिए कहीं ना कहीं रेलवे स्टेशन पर पहुंचे रहे यात्री भी जिम्मेदार हैं. दरअसल महाराष्ट्र, पुणे, सूरत, पंजाब से आने वाले यात्रियों की लगातार रेंडम जांच पटना रेलवे स्टेशन पर हो रही है. इसमें लगे रेलकर्मी, टीटी यात्रियों की थर्मल स्कैनिंग करते हैं और इस कड़ी में आपको बताते चलें कि जिला स्वास्थ समिति के जांच केंद्र पर आज 79 लोगों की जांच हुई, जिसमें 6 टीटी और एक यात्री संक्रमित पाए गए हैं.
ये भी पढ़ें...लॉकडाउन के डर से सहमे मजदूर लौटने लगे अपने घर, कहा- वो दिन फिर नहीं देखना
रेल कर्मचारियों में दहशत का माहौल
इसके बाद से रेल कर्मचारियों में दहशत का माहौल है. रेलकर्मी भी अब सुरक्षित नहीं रहें. संक्रमण फैलने का एक बड़ा जरिया ट्रेन भी है. जब स्वास्थ्य विभाग को यह बात समझ में आई तो होली के कुछ दिन पहले से रेलवे स्टेशन पर जांच शुरू की गई थी. हालांकि, रेलवे स्टेशन पर अभी भी बहुत सारे ऐसे लोग बिना मास्क के ही घूमते हैं.
ये भी पढ़ें...कोरोना जांच के लिए हॉस्पिटल में उमड़ रही भीड़, हालात का जायजा लेने पहुंचे विधायक
पटना जंक्शन पर कराई जा रही जांच
रेलवे स्टेशन पर भी लोग गाइडलाइंस का पालन नहीं करते हैं. हालांकि, रेलवे अधिकारी लगातार कोरोना के लेकर विभाग प्रमुखों को भी सावधानी बरतने की अपील कर रहे हैं. प्रतिदिन सैनिटाइजेशन कराने का भी आदेश दिया जा रहा है.
जिला स्वास्थ्य समिति के तरफ से पटना जंक्शन पर जांच कराई जा रही है. लैब टेक्नीशियन यात्रियों का सैंपल लेकर उनका नाम और फोन नंबर नोट करते हैं और जांच के बाद ही उन्हें स्टेशन छोड़ा जाता है. हालांकि, सभी यात्रियों की जांच संभव नहीं है.
ये भी पढ़ें...बेतिया: शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमित मिलने से हड़कम्प
दरअसल, यात्री के रेलवे स्टेशन से घर या होटल तक पहुंचने के साथ-साथ रेलकर्मी भी इनके संपर्क में आते हैं. इसके चलेत ही पटना जंक्शन पर रेल कर्मी भी संक्रमित पाए गए हैं. हालात यह है कि पटना जंक्शन पर टिकट जांच करने वाले कर्मचारी भी इस महामारी की चपेट में आ गए हैं. इससे रेल कर्मचारी भी काफी डरे और सहमे दिख रहे हैं. रेल कर्मचारी भी स्टेशन ड्यूटी करने से बच रहे हैं.
'सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित रेलवे स्टेशन पर आज ही पाए गए हैं. 29 सैंपल की जांच हुई, जिसमें 7 पॉजिटिव पाये गये हैं. उसमें से रेल कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाया गयै हैं. जो लोग संक्रमित पाए जाते हैं. उनको राज्य सरकार द्वारा बने आइसोलेशन सेंटर भेजा जाता है या व्यवस्था होने पर स्वयं घर पर ही आइसोलेट रह सकते हैं. -मणि भूषण कुमार, टेक्नीशियन
वहीं, इस पूरे मामले की जानकारी को लेकर ईटीवी भारत की टीम पटना जंक्शन के डायरेक्टर डॉ. निलेश कुमार के चेंबर में पहुंची. चेंबर तो जरूर खुला था लेकिन डायरेक्टर मौजूद नहीं थे. वहां एक कर्मचारी बैठा हुआ था. डायरेक्टर के बारे में कोई जानकारी नहीं दे पाया.