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बिहार की 6 फिल्में 'इंटरनेशनल साइंस फिल्म फेस्टिवल' के लिए चयनित, आज से स्क्रीनिंग शुरू - पटना

इंटरनेशनल साइंस फिल्म फेस्टिवल में बिहार से छह फिल्मों का चयन किया गया है. इसकी स्क्रीनिंग वर्चुअल तरीके से दिल्ली में मंगलवार से ही से शुरू हुई

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किलकारी
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Published : Dec 22, 2020, 9:14 PM IST

पटना: बिहार के बच्चे इन दिनों फिल्म निर्माण के क्षेत्र में काफी बेहतर कार्य कर रहे हैं. हाल ही में हुए नेशनल फिल्म फेस्टिवल में बिहार बाल भवन किलकारी के दो बच्चों को अवार्ड भी मिला है. इससे नेशनल के बाद इंटरनेशनल स्तर पर बिहार के बच्चों को फिल्म से पहचान मिल रही है.

इंटरनेशनल साइंस फिल्म फेस्टिवल का आयोजन कोरोना महामारी के कारण ऑनलाइन किया गया है. इसमें विश्व भर से कुल 211 फिल्मों का चयन किया गया. जिसमें बिहार बाल भवन किलकारी की कुल छह फिल्में का चयन किया गया है. इसकी स्क्रीनिंग वर्चुअल तरीके से दिल्ली में मंगलवार से शुरू हुई और इसका शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया. पहली बार ऐसा हुआ है जब एक साथ छह फिल्मों का चयन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में किया गया है.

मेहनत रंग लाई
ईटीवी भारत से बातचीत में आकाश ने बताया कि उन्होंने डस्टबिन के उपयोग पर पहली बार फिल्म बनाई. उनके फिल्म का चयन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में हुआ है. इससे बड़ी खुशी की बात और क्या हो सकती है. वही आकाश ने कहा कि फिल्म की स्क्रीनिंग से हो रही है. अवार्ड मिले या ना मिले यह मायने नहीं रखता है. उनके लिए सबसे बड़ी बात है कि उनकी मेहनत रंग लाई और उनकी फिल्म का चयन हो गया. उन्होंने कहा कि इस स्तर पर फिल्मों का चयन होना ही बहुत बड़ी बात होती है. अपने फिल्म में उन्होंने यह दिखाया है कि किस तरीके से डस्टबिन होने के बावजूद लोग इसका इस्तेमाल नहीं करते. जिस कारण आसपास के इलाकों में गंदगी फैल जाती है. डस्टबिन का उपयोग करने के प्रति लोगों को जागरूक करते के लिए उन्होंने लघु फिल्म बनाई थी. जिसका चयन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में हुआ है.

देखें रिपोर्ट

फिल्म फेस्टिवल में अवार्ड की उम्मीद
अर्पित ने बताया कि बिहार से एकमात्र उनकी इंग्लिश फिल्म ए बेडज का चयन इंटरनेशनल साइंस फिल्म फेस्टिवल में हुआ है. अर्पित ने कहा कि यह उनके लिए बहुत खुशी की बात है. वहीं उन्होंने कहा कि इस स्तर पर फिल्म की स्क्रीनिंग ही बहुत बड़ी बात है. उन्होंने कहा कि किलकारी को हर वर्ष बहुत से अवार्ड मिलते हैं. साथ ही हर वर्ष किलकारी और अधिक बेहतर कार्य करता है. उम्मीद है कि इस फिल्म फेस्टिवल में भी हमें अवार्ड मिलेगा.

बता दें कि इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल 2020 में विश्व भर के 211 फिल्मों को चयनित किया गया है. जिनमें से बिहार से छह फिल्मों को चयनित किया गया है. जो तीन अलग-अलग कैटेगरी में चयनित हुई है. इनमें कोविड-19 के प्रति जागरूक करने और पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करने वाली फिल्मों शामिल है.

बिहार से चयनित फिल्म की सूची

1- अर्पित द्वारा निर्मित फिल्म- A Badge

2- संतु कुमार द्वारा निर्मित फिल्म - Mask

3 - आकाश कुमार द्वारा निर्मित फिल्म -Use Dustbin

4- हेमा कुमारी की फिल्म - Don't Shy With Red Spots

5- अमित राज की फिल्म - Smog

6- आर्यन कुमार की फिल्म The Independent Impair

पटना: बिहार के बच्चे इन दिनों फिल्म निर्माण के क्षेत्र में काफी बेहतर कार्य कर रहे हैं. हाल ही में हुए नेशनल फिल्म फेस्टिवल में बिहार बाल भवन किलकारी के दो बच्चों को अवार्ड भी मिला है. इससे नेशनल के बाद इंटरनेशनल स्तर पर बिहार के बच्चों को फिल्म से पहचान मिल रही है.

इंटरनेशनल साइंस फिल्म फेस्टिवल का आयोजन कोरोना महामारी के कारण ऑनलाइन किया गया है. इसमें विश्व भर से कुल 211 फिल्मों का चयन किया गया. जिसमें बिहार बाल भवन किलकारी की कुल छह फिल्में का चयन किया गया है. इसकी स्क्रीनिंग वर्चुअल तरीके से दिल्ली में मंगलवार से शुरू हुई और इसका शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया. पहली बार ऐसा हुआ है जब एक साथ छह फिल्मों का चयन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में किया गया है.

मेहनत रंग लाई
ईटीवी भारत से बातचीत में आकाश ने बताया कि उन्होंने डस्टबिन के उपयोग पर पहली बार फिल्म बनाई. उनके फिल्म का चयन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में हुआ है. इससे बड़ी खुशी की बात और क्या हो सकती है. वही आकाश ने कहा कि फिल्म की स्क्रीनिंग से हो रही है. अवार्ड मिले या ना मिले यह मायने नहीं रखता है. उनके लिए सबसे बड़ी बात है कि उनकी मेहनत रंग लाई और उनकी फिल्म का चयन हो गया. उन्होंने कहा कि इस स्तर पर फिल्मों का चयन होना ही बहुत बड़ी बात होती है. अपने फिल्म में उन्होंने यह दिखाया है कि किस तरीके से डस्टबिन होने के बावजूद लोग इसका इस्तेमाल नहीं करते. जिस कारण आसपास के इलाकों में गंदगी फैल जाती है. डस्टबिन का उपयोग करने के प्रति लोगों को जागरूक करते के लिए उन्होंने लघु फिल्म बनाई थी. जिसका चयन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में हुआ है.

देखें रिपोर्ट

फिल्म फेस्टिवल में अवार्ड की उम्मीद
अर्पित ने बताया कि बिहार से एकमात्र उनकी इंग्लिश फिल्म ए बेडज का चयन इंटरनेशनल साइंस फिल्म फेस्टिवल में हुआ है. अर्पित ने कहा कि यह उनके लिए बहुत खुशी की बात है. वहीं उन्होंने कहा कि इस स्तर पर फिल्म की स्क्रीनिंग ही बहुत बड़ी बात है. उन्होंने कहा कि किलकारी को हर वर्ष बहुत से अवार्ड मिलते हैं. साथ ही हर वर्ष किलकारी और अधिक बेहतर कार्य करता है. उम्मीद है कि इस फिल्म फेस्टिवल में भी हमें अवार्ड मिलेगा.

बता दें कि इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल 2020 में विश्व भर के 211 फिल्मों को चयनित किया गया है. जिनमें से बिहार से छह फिल्मों को चयनित किया गया है. जो तीन अलग-अलग कैटेगरी में चयनित हुई है. इनमें कोविड-19 के प्रति जागरूक करने और पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करने वाली फिल्मों शामिल है.

बिहार से चयनित फिल्म की सूची

1- अर्पित द्वारा निर्मित फिल्म- A Badge

2- संतु कुमार द्वारा निर्मित फिल्म - Mask

3 - आकाश कुमार द्वारा निर्मित फिल्म -Use Dustbin

4- हेमा कुमारी की फिल्म - Don't Shy With Red Spots

5- अमित राज की फिल्म - Smog

6- आर्यन कुमार की फिल्म The Independent Impair

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