पटना: बिहार ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन (Bihar Orthopedic Association) का 45वां वार्षिक सम्मेलन 29 अक्टूबर से पटना के सम्राट अशोक कन्वेंशन सेंटर में शुरू होगा है. तीन दिवसीय सम्मेलन का समापन 31 अक्टूबर को होगा. सम्मेलन में ऑर्थोपेडिक चिकित्सा (Orthopedic Medicine) से जुड़े विभिन्न विषयों पर कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा. जिसमें देश के कोने-कोने से ऑर्थोपेडिक विशेषज्ञ (Orthopedic Specialist) आएंगे.
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बिहार ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन के वार्षिक सम्मेलन की जानकारी देते हुए डॉ. राकेश चौधरी ने बताया कि यह हर साल फरवरी महीने में आयोजित किया जाता है. इस बार कोरोना महामारी (Corona Pandemic) और लॉकडाउन के कारण इसका समय आगे बढ़ा दिया गया. अब यह 29 से 31 अक्टूबर तक हो रहा है.
उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन के उद्घाटन में इंडियन ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. बी शिव शंकर, उपाध्यक्ष डॉ. अतुल श्रीवास्तव, सचिव डॉ. नवीन ठक्कर शामिल होंगे. इस सम्मेलन में ज्ञान भवन के दो हॉल में 1000 से अधिक लोगों के साथ वैज्ञानिक चर्चा की जाएगी. बिहार के 350 से अधिक ऑर्थोपेडिक सर्जन और देश के अन्य राज्यों से 100 से अधिक ऑर्थोपेडिक सर्जन शामिल होंगे.
उन्होंने बताया कि इस सम्मेलन के उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बिहार के उपमुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद रहेंगे. 29 अक्टूबर को युवा ऑर्थोपेडिक सर्जनों के लिए हाईटिबियल ओस्टियोटोमी और ऑर्थोस्कोपी पर एक कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा. इसके साथ ही 30 अक्टूबर को मुंबई स्पाइन सोसायटी और भारत के शीर्ष स्पाइन सर्जनों द्वारा रीड की हड्डी से जुड़ी समस्याओं और उसके उपायों पर चर्चा की जाएगी. यह सम्मेलन बिहार की ऑर्थोपेडिक चिकित्सकों के लिए काफी लाभदायक साबित होगा.
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