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पटना AIIMS में फूटा 'कोरोना बम', 384 डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ संक्रमित

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Published : Apr 21, 2021, 7:38 PM IST

Updated : Apr 21, 2021, 7:59 PM IST

बिहार में कोरोना की स्थिति भयावह होते जा रही है, भयावह शब्द का प्रयोग इसलिए क्योंकि कोरोना ने धरती के 'भगवानों' को भी चपेट में ले लिया है. पटना एम्स में एक साथ 384 स्वास्थ्य कर्मियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ गई है.

Patna AIIMS
Patna AIIMS

पटना: देश सहित बिहार में कोरोना संक्रमण की जद में बड़ी संख्या में डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी आ रहे हैं. इससे पटना के बड़े अस्पतालों में जांच और इलाज प्रभावित हो रहा है. इसी बीच पटना एम्स में 384 डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं.

बुधवार को बिहार में पहली बार 10 हजार से ज्यादा नए केस सामने आए हैं. इस बीच पटना एम्स में कोरोना 'विस्फोट' हुआ है. एम्स में 384 डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं. ऐसी स्थिति में अब एम्स का संचालन करने में मुश्किलें आ सकती हैं. साथ ही मरीजों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. बता दें कि पटना एम्स में नर्सिंग स्टाफ, मेडिकल स्टुडेंट्स, डॉक्टर्स के अलावे आउटसोर्सिंग मिलाकर कुल 3800 स्वास्थ्य कर्मी कार्यरत हैं.

डॉ. सीएम सिंह

ये भी पढ़ें: बिहार के सबसे बड़े अस्पताल में कोरोना जांच के लिए धक्का-मुक्की, व्यवस्थाओं की खुली पोल

बात सिर्फ पटना एम्स तक समित नहीं है, पीएमसीएच में प्राचार्य सहित 70 स्वास्थ्यकर्मी संक्रमित होने से जांच और इलाज प्रभावित हो गया है. ऐसी स्थिति में इस अस्पताल की ओपीडी को भी संचालित करना मुश्किल हो गया है. यहां तैनात डॉक्टरों का कहना है कि धीरे-धीरे ज्यादातर लोग बीमारी की चपेट में आते जा रहे हैं ऐसी स्थिति में यहां काम करना मुश्किल हो गया है.

पटना: देश सहित बिहार में कोरोना संक्रमण की जद में बड़ी संख्या में डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी आ रहे हैं. इससे पटना के बड़े अस्पतालों में जांच और इलाज प्रभावित हो रहा है. इसी बीच पटना एम्स में 384 डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं.

बुधवार को बिहार में पहली बार 10 हजार से ज्यादा नए केस सामने आए हैं. इस बीच पटना एम्स में कोरोना 'विस्फोट' हुआ है. एम्स में 384 डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं. ऐसी स्थिति में अब एम्स का संचालन करने में मुश्किलें आ सकती हैं. साथ ही मरीजों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. बता दें कि पटना एम्स में नर्सिंग स्टाफ, मेडिकल स्टुडेंट्स, डॉक्टर्स के अलावे आउटसोर्सिंग मिलाकर कुल 3800 स्वास्थ्य कर्मी कार्यरत हैं.

डॉ. सीएम सिंह

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बात सिर्फ पटना एम्स तक समित नहीं है, पीएमसीएच में प्राचार्य सहित 70 स्वास्थ्यकर्मी संक्रमित होने से जांच और इलाज प्रभावित हो गया है. ऐसी स्थिति में इस अस्पताल की ओपीडी को भी संचालित करना मुश्किल हो गया है. यहां तैनात डॉक्टरों का कहना है कि धीरे-धीरे ज्यादातर लोग बीमारी की चपेट में आते जा रहे हैं ऐसी स्थिति में यहां काम करना मुश्किल हो गया है.

Last Updated : Apr 21, 2021, 7:59 PM IST
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