पटनाः बिहार के बिजली उपभोक्ताओं को बड़ा झटका लगा है. बिहार विद्युत विनियामक आयोग ने बिजली दरों में बढ़ोतरी की घोषणा कर दी है. बिजली शुल्क में 24.10 फीसदी की वृद्धि हुई है. विद्युत विनायक आयोग ने कहा है कि सब्सिडी के आधार पर यूनिट तय होगा. बिहार के लोगों को अब और अधिक बिजली बिल देने होंगे.
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40 फीसदी तक बढ़ोतरी का था प्रस्ताव: दरअसल बिजली कंपनियों ने 40 फीसदी तक बिजली दर वृद्धि और साथ ही फिक्सड चार्ज को भी दो गुणा अधिक बढ़ाने का प्रस्ताव दिया था. कंपनियों ने ये प्रस्ताव बिजली आपूर्ति खर्च में हुई वृद्धि को आधार बनाते हुए दिया था. अब बिहार विद्युत विनियामक आयोग कंपनियों के प्रस्ताव को मंजुरी दे दी है. यानी बिहार की गरीब जनता पर बिजली बिल का बोझ और ज्यादा बढ़ जाएगा.
फिक्सड चार्ज में भी बढ़ोतरी: बता दें कि ग्रामीण क्षेत्रों के लिए मासिक बिजली बिल 20 रुपये से बढ़ाकर 40 रुपये हो जाएगी. वहीं शहरी क्षेत्रों के लिए मासिक फिक्सड चार्ज 40 रुपये से बढ़कर 100 रुपये हो जाएगी. यानि ग्रामिण क्षेत्र के घरेलू उपभोक्ताओं को 50 यूनिट तक खपत के लिए 6.10 रुपये के जगह 8.66 रुपए और 50 यूनिट से ज्यादा के बिजली खपत के लिए 6.40 रुपए के जगह 9.28 रुपए प्रति यूनिट का भुगतान करना होगा. शहरी इलाकों में 100 यूनिट खपत तक 6.10 रुपये की जगह 8.66 रुपये और 100 यूनिट से ऊपर की खपत पर 6.95 रुपये की जगह 10.35 रुपए प्रति यूनिट का भुगतान करना होगा.
बिजली दरों में इजाफा : आपको बता दें कि ईटीवी भारत ने जनवरी महीने में ही इस खबर से लोगों को अवगत कराया था. इस बार बिजली दर बढ़ सकती है ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है की डिसटीब्यूशन कंपनियों ने जो प्रस्ताव दिया उस पर फैसला सुनाया जा सकता है जिसमें की नार्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के तरफ से फिक्स चार्ज में 2.5 प्रतिशत और दर में 40% बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया गया है. विद्युत विनायक आयोग की तरफ से जनसुनवाई किया गया जो कि 28 फरवरी तक अंतिम सुनवाई की गई. सुनवाई के बाद बिहार विद्युत विनायक आयोग ने फैसला को सुरक्षित रख लिया था और आज गुरुवार को पावर ट्रांसमिशन कंपनी के आयोग की तरफ से 24.1% की वृद्धि पर मुहर लग गई.