पटना: विज्ञान प्राद्योगिकी और तकनीकी शिक्षा विभाग ने जानकारी दी है कि राज्य के इंजीनियरिंग कॉलेजों में बीटेक कोर्स के विभिन्न ब्रांच में 14359 सीटें उपलब्ध हैं. जिसमें एक तिहाई सीटें महिला अभ्यर्थियों के लिए आरक्षित हैं. विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार 2023 में सम्मिलित अभ्यर्थियों के लिए अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) नई दिल्ली से मान्यता प्राप्त स्कूल राज्य के कुल 38 इंजीनियरिंग कॉलेजों में इतनी सीटें उपलब्ध हैं.
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ऑनलाइन काउंसलिंग से होगा नामांकन: जेईई मेन 2023 के मेधा के आधार पर बीसीईसीई बोर्ड पटना द्वारा दो चरणों की ऑनलाइन काउंसलिंग के माध्यम से नामांकन की प्रक्रिया पूरी की जाएगी. सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों में ट्यूशन फीस लगभग शून्य है एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना की सुविधा भी उपलब्ध है.
अभ्यर्थियों को मिलेगा दोबारा मौका: विभाग द्वारा यह भी स्पष्ट किया गया है कि इस वर्ष समापन काउंसलिंग नहीं होगी. जेईई मेन 2023 में सम्मिलित अभ्यर्थियों एवं उनके अभिभावकों को सूचित किया जाता है कि राज्य के सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों में नामांकन के लिए बीसीईसीई बोर्ड पटना द्वारा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की तिथि सात जुलाई तक बढ़ा दी गई है. इस तिथि तक रजिस्ट्रेशन नहीं करने पर जेईई मेन 2023 में सम्मिलित अभ्यर्थी बिहार के सरकारी अभियंत्रण महाविद्यालय में नामांकन से वंचित रह जाएंगे और उन्हें पुनः मौका नहीं मिलेगा.
इंजीनियरिंग कॉलेजों में सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति: बिहार सरकार के विज्ञान और प्रोद्योगिकी विभाग के मंत्री सुमित सिंह ने विधान परिषद में एक सवाल का जवाब देते हुए बताया था कि इंजीनियरिंग कॉलेजों में सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति की जाएगी. उन्होंने ये भी बताया कि साल 2022 में 515 शिक्षकों की नियुक्ति हुई थी.