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नवादा न्यूजः वारिसलीगंज चीनी मिल की जमीन पर पेट्रोलियम ऑयल एंड लुब्रीकेंट डिपो बनेगा

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Published : Oct 27, 2022, 11:06 PM IST

नवादा के वारिसलीगंज चीनी मिल की जमीन पर बीपीसीएल 610 करोड़ से पेट्रोलियम ऑयल एंड लुब्रीकेंट डिपो का निर्माण करेगा. डिपो के निर्माण से नौजवानों, किसानों, मज़दूरों एवं व्यवसाय से जुड़े लोगों में रोजगार की आस जगी है. पढ़ें पूरी खबर...

पेट्रोलियम ऑयल एंड लुब्रीकेंट डिपो
पेट्रोलियम ऑयल एंड लुब्रीकेंट डिपो

नवादाः नवादा के वारिसलीगंज चीनी मिल अब इतिहास के पन्नों में सिमट जाएगा. अब यहां से चीनी नहीं डीजल-पेट्रॉल की सेवा मिलेगी. चीनी मिल की जमीन पर 610 करोड़ की लागत से पेट्रोलियम ऑयल एंड लुब्रीकेंट डिपो का निर्माण किया जाएगा. यह जमीन भारत पेट्रोलिम कॉर्पोरशन लिमिटिड (BPCL)को आवंटित की गई है. इस खबर के बाद प्रखंड वासियों में खुशी का माहौल है. बता दें कि एशिया महादेश में उन्नत चीनी उत्पादन के लिए मशहूर नवादा जिले का एकमात्र उद्योग वारिसलीगंज चीनी मिल 1992-93 पेराई सत्र के बाद बंद हो गया था. तीन दशक से मिल चालू नहीं हो पाया.

यह खबर भी पढ़ेंः थाईलैंड के कारीगर बढ़ाएंगे महाबोधि मंदिर के शिखर पर जड़े सोने की चमक, कोरोना काल में नहीं हो पाई थी सफाई

सरकार ने चीनी मिल की भूमि वियाडा को सौंप दी थीः कुछ साल पूर्व बिहार सरकार चीनी मिल की भूमि वियाडा को सौंप दी थी. कफी जद्दोजहद के बाद सरकार की नजर चीनी मिल की 75 एकड़ जमीन पर पड़ी. नवादा, नालंदा, शेखपुरा, जमुई, लक्खीसराय, गया तथा मुंगेर आदि जिले के किसानों की आर्थिक उन्नति में सहायक रहे इस बन्द चीनी मिल को खुलवाने को लेकर हर बार चुनावी मुद्दा बनता रहा पर चालू नहीं हो सका.

610 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगाः भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटिड ऑयल एंड लुब्रीकेंट डिपो स्थापित करेगी. जमीन आवंटित किए जाने के बाद बिहार उद्योग विभाग बियाडा (BIADA)ने इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है. डिपो की स्थापना में करीब 610 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा. बीपीसीएल के माध्यम से इस पेट्रोलियम ऑयल एंड लुब्रीकेंट (पीओएल) डिपो में कच्चे तेल, रिफाइनरी उत्पादों जैसे मोटर स्पिरिट (एमएस), सुपीरियर किरोसिन ऑयल (एसकेओ) तथा हाईस्पीड डीजल (एचएसडी) का पर्याप्त मात्रा में भंडारण किया जाएगा.

लोगों में रोजगार मिलने की आस हैः कुछ माह पूर्व से मिल की परती जमीन की घेराबंदी की जा रही है. ग्रामीणों के साथ रास्ते को लेकर हुए विवादों को सरकारी अधिकारी सुलझाने का काम कर रहे है. बुधवार को वियाडा के कार्यकारी निदेशक चंद्रशेखर सिंह वारिसलीगंज पहुंचे थे. निरीक्षण के बाद उन्होंने चैनपुरा के ग्रामीणों से बात कर रास्ता की समस्या का समाधान निकालने का प्रयास किया. भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटिड द्वारा पेट्रोलियम ऑयल एंड लुब्रीकेंट डिपो को स्थापित किये जाने की खबर से जिलेवासियों जहां प्रसन्नता है, वहीं वर्षों से बेरोजगारी का दंश झेल रहे नौजवानों, किसानों, मज़दूरों एवं व्यवसाय से जुड़े लोगों में रोजगार मिलने की आस है.

नवादाः नवादा के वारिसलीगंज चीनी मिल अब इतिहास के पन्नों में सिमट जाएगा. अब यहां से चीनी नहीं डीजल-पेट्रॉल की सेवा मिलेगी. चीनी मिल की जमीन पर 610 करोड़ की लागत से पेट्रोलियम ऑयल एंड लुब्रीकेंट डिपो का निर्माण किया जाएगा. यह जमीन भारत पेट्रोलिम कॉर्पोरशन लिमिटिड (BPCL)को आवंटित की गई है. इस खबर के बाद प्रखंड वासियों में खुशी का माहौल है. बता दें कि एशिया महादेश में उन्नत चीनी उत्पादन के लिए मशहूर नवादा जिले का एकमात्र उद्योग वारिसलीगंज चीनी मिल 1992-93 पेराई सत्र के बाद बंद हो गया था. तीन दशक से मिल चालू नहीं हो पाया.

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सरकार ने चीनी मिल की भूमि वियाडा को सौंप दी थीः कुछ साल पूर्व बिहार सरकार चीनी मिल की भूमि वियाडा को सौंप दी थी. कफी जद्दोजहद के बाद सरकार की नजर चीनी मिल की 75 एकड़ जमीन पर पड़ी. नवादा, नालंदा, शेखपुरा, जमुई, लक्खीसराय, गया तथा मुंगेर आदि जिले के किसानों की आर्थिक उन्नति में सहायक रहे इस बन्द चीनी मिल को खुलवाने को लेकर हर बार चुनावी मुद्दा बनता रहा पर चालू नहीं हो सका.

610 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगाः भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटिड ऑयल एंड लुब्रीकेंट डिपो स्थापित करेगी. जमीन आवंटित किए जाने के बाद बिहार उद्योग विभाग बियाडा (BIADA)ने इसके लिए प्रक्रिया शुरू कर दी है. डिपो की स्थापना में करीब 610 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा. बीपीसीएल के माध्यम से इस पेट्रोलियम ऑयल एंड लुब्रीकेंट (पीओएल) डिपो में कच्चे तेल, रिफाइनरी उत्पादों जैसे मोटर स्पिरिट (एमएस), सुपीरियर किरोसिन ऑयल (एसकेओ) तथा हाईस्पीड डीजल (एचएसडी) का पर्याप्त मात्रा में भंडारण किया जाएगा.

लोगों में रोजगार मिलने की आस हैः कुछ माह पूर्व से मिल की परती जमीन की घेराबंदी की जा रही है. ग्रामीणों के साथ रास्ते को लेकर हुए विवादों को सरकारी अधिकारी सुलझाने का काम कर रहे है. बुधवार को वियाडा के कार्यकारी निदेशक चंद्रशेखर सिंह वारिसलीगंज पहुंचे थे. निरीक्षण के बाद उन्होंने चैनपुरा के ग्रामीणों से बात कर रास्ता की समस्या का समाधान निकालने का प्रयास किया. भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटिड द्वारा पेट्रोलियम ऑयल एंड लुब्रीकेंट डिपो को स्थापित किये जाने की खबर से जिलेवासियों जहां प्रसन्नता है, वहीं वर्षों से बेरोजगारी का दंश झेल रहे नौजवानों, किसानों, मज़दूरों एवं व्यवसाय से जुड़े लोगों में रोजगार मिलने की आस है.

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