नवादा:बिहार के सारण में जहरीली शराब (Spurious Liquor In Chapra) से 6 दर्जन से ज्यादा मौतों के बाद पुलिस महकमा और उत्पाद विभाग शराब माफियाओं और शराबियों के खिलाफ लगातार अभियान चला (Campaign Against Liquor In Nawada) रही है. इसी कड़ी में सोमवार को नवादा के हिसुआ थाना की पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर थाना क्षेत्र के तरौनी गांव के बघार में छापेमारी कर 25 लीटर महुआ शराब और उपकरण जप्त किया है. वहीं दो अवैध रूप से संचालित शराब भट्ठी को पुलिस ने ध्वस्त किया है.
ये भी पढ़ें- होमियोपैथी हॉल से अल्कोहल खरीदकर पार्टी करते थे पियक्कड़, उत्पाद विभाग की कार्रवाई में बड़ा खुलासा
धंधेबाद फरारः दरअसल, बिहार में शराबबंदी कानून लागू है. बावजूद जिले में देसी शराब निर्माण का खेल जारी है. लेकिन पुलिस की टीम शराब के खिलाफ अभियान चला कर कार्यवाई करती रही है. तरौनी गांव के बघार में पुलिस ने छापामारी कर कई भट्ठी को ध्वस्त कर (Two liquor distilleries demolished in Nawada) दिया है. जबकि 25 लीटर महुआ शराब और शराब निर्माण करने वाले उपकरण को जप्त कर हिसुआ थाना लाया गया है. हलांकि पुलिस टीम की भनक लगते ही धंधेबाज फरार हो गये.
"गुप्त सूचना मिली थी की तरौनी बघार में अवैध रूप से महुआ शराब का निर्माण किया जा रहा है. सूचना मिलते हींथाना के एसआई ललन कुमार, हिमांशु पप्पू ने पुलिस बल के साथ छापेमारी की. जिसमें 200 लीटर महुआ मौके पर विनष्ट किया गया." :- मोहन कुमार, थानाध्यक्ष
बिहार में साल 2016 से पूर्ण शराबबंदी : गौरतलब है कि अप्रैल में पहली बार शराब पीने के अपराध में 3075 अभियुक्तों को पकड़ा गया. जिनसे करीब 52 लाख 26 हजार रुपये जुर्माना वसूला गया. वहीं, मई में 5887 लोगो की गिरफ्तारी की गई है. और 1.39 करोड़ की वसूली की गई है. वहीं, जून में 8651 गिरफ्तसरी, 2.06 करोड़ वसूली, जुलाई में 11,557 गिरफ्तारी, 2.90 करोड़ वसूली, अगस्त में 18,757 गिरफ्तारी, 5.63 करोड़ वसूली, सितंबर 20,690 गिरफ्तारी, 5.03 करोड़ वसूली की गई है. इसके अलावा संशोधन कानून से पहले दर्ज मामलों में 3559 अभियुक्तों को भी धारा 37 के तहत दो से पांच हजार रुपये जुर्माना लेकर छोड़ा गया है.
ये भी पढ़ें- छपरा शराबकांड में बड़ा खुलासा: होम्योपैथी दवा से बनी थी शराब, 5 गिरफ्तार