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सर्दी में जानलेवा बनी बंद कमरे में जलती अंगीठी, दम घुटने से पति की मौत

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Published : Jan 7, 2022, 5:23 PM IST

Updated : Jan 7, 2022, 6:07 PM IST

अगर आप भी बंद कमरे में अलाव, हीटर या ब्लोअर चलाकर सोते हैं तो इस खबर को ध्यान से पढ़ लें. बिहार के नवादा में एक व्यक्ति ने यही किया और उसकी दम घुटने से मौत (Person Dies Of Suffocation) हो गई. पढ़ें पूरी खबर

दम घुटने से पति की मौत
सर्दी में जानलेवा बनी कमरे में जलती अंगीठी

नवादा: बंद कमरे में जलती अंगीठी रखकर सोना एक दंपति के जीवन के लिए भारी पड़ गया. मामला बिहबार के नवादा जिले के बड़राजी बाजार का है. यहां के एक अधेड़ व्यक्ति ने ठंड से बचने के लिए कमरे में अंगीठी सुलगाकर रखी थी. लेकिन सुबह होते होते उनकी जीवन लीला समाप्त (Man died due to Suffocation in Nawada) हो गई. उनकी पत्नी की हालत भी काफी गंभीर है. हालांकि डॉक्टरों के मुताबिक वो खतरे से बाहर हैं.

ये भी पढ़ें- Bihar Weather Update: बिहार में शीतलहर से फिलहाल राहत नहीं, जान‍िए मौसम व‍िभाग का पूर्वानुमान

बताया जा रहा है कि गुरुवार की रात को किशोरी मिस्त्री और उनकी पत्नी उषा देवी ने ठंड से बचने के लिए कमरे में कोयले की अंगीठी जलाकर सोए. रातभर में अंगीठी का जहरीला धुआं कमरे में फैल गया. इसकी वजह से अचानक ही दोनों का दम घुटने लगा. किशोरी मिस्त्री दम घुटने से बेसुध हो गए. पड़ोसियों ने दंपति को कौआकोल पीएचसी में भर्ती कराया लेकिन किशोरी मिस्त्री की मौत हो गई, जबकि उनकी पत्नी फिलहाल खतरे से बाहर हैं.

ये सावधानी जरूरी है
बता दें कि बिहार में कड़ाके की ठंड (Cold In Bihar) पड़ रही है. अक्सर लोग ठंड में ये गलती कर बैठते हैं. ऐसे में बंद कमरे में न तो रूम हीटर या ब्लोअर चलाएं और न ही कोयले की अंगीठी या अलाव. रूम हीटर कमरे में ऑक्सीजन की मात्रा को कम कर देता है. यही नहीं कमरे में नमी का स्तर भी गिर जाता है. जिससे सांस लेने में दिक्कत होने लगती है. जबकि अंगीठी या अलाव से कमरा धुएं से भर जाता है. इसके चलते दम घुटने से लोगों की मौत तक हो जाती है.

बंद कमरे में अलाव जलाना खतरनाक
यदि रातभर हीटर या ब्लोअर जलाते हैं तो कमरे में एक बाल्टी पानी रख दें, या फिर गीला कपड़ा कमरे में टांगकर रखें. ऐसा करने से कमरे की नमी (हियूमीडिटी) मेनटेन रहती है. इसके अलावा रात में बंद कमरे में बोरसी या अंगीठी जलाकर कतई नहीं सोएं. इससे कमरे में कार्बन मोनो ऑक्साइड की मात्रा बढ़ जाती है. ये जहरीली होती है. इससे परेशानी बढ़ सकती है और सांस फूलने, खांसी, दम घुटने की आशंका रहती है. यदि कमरे बोरसी जला रहे हैं तो वेंटिलेशन की सुविधा होनी चाहिए. जिससे धुआं बाहर निकल जाए.

ये भी पढ़ें- पटना का एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 के पार, कोरोना संक्रमण के साथ जहरीली हवा ने बढ़ाई चिंता

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नवादा: बंद कमरे में जलती अंगीठी रखकर सोना एक दंपति के जीवन के लिए भारी पड़ गया. मामला बिहबार के नवादा जिले के बड़राजी बाजार का है. यहां के एक अधेड़ व्यक्ति ने ठंड से बचने के लिए कमरे में अंगीठी सुलगाकर रखी थी. लेकिन सुबह होते होते उनकी जीवन लीला समाप्त (Man died due to Suffocation in Nawada) हो गई. उनकी पत्नी की हालत भी काफी गंभीर है. हालांकि डॉक्टरों के मुताबिक वो खतरे से बाहर हैं.

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बताया जा रहा है कि गुरुवार की रात को किशोरी मिस्त्री और उनकी पत्नी उषा देवी ने ठंड से बचने के लिए कमरे में कोयले की अंगीठी जलाकर सोए. रातभर में अंगीठी का जहरीला धुआं कमरे में फैल गया. इसकी वजह से अचानक ही दोनों का दम घुटने लगा. किशोरी मिस्त्री दम घुटने से बेसुध हो गए. पड़ोसियों ने दंपति को कौआकोल पीएचसी में भर्ती कराया लेकिन किशोरी मिस्त्री की मौत हो गई, जबकि उनकी पत्नी फिलहाल खतरे से बाहर हैं.

ये सावधानी जरूरी है
बता दें कि बिहार में कड़ाके की ठंड (Cold In Bihar) पड़ रही है. अक्सर लोग ठंड में ये गलती कर बैठते हैं. ऐसे में बंद कमरे में न तो रूम हीटर या ब्लोअर चलाएं और न ही कोयले की अंगीठी या अलाव. रूम हीटर कमरे में ऑक्सीजन की मात्रा को कम कर देता है. यही नहीं कमरे में नमी का स्तर भी गिर जाता है. जिससे सांस लेने में दिक्कत होने लगती है. जबकि अंगीठी या अलाव से कमरा धुएं से भर जाता है. इसके चलते दम घुटने से लोगों की मौत तक हो जाती है.

बंद कमरे में अलाव जलाना खतरनाक
यदि रातभर हीटर या ब्लोअर जलाते हैं तो कमरे में एक बाल्टी पानी रख दें, या फिर गीला कपड़ा कमरे में टांगकर रखें. ऐसा करने से कमरे की नमी (हियूमीडिटी) मेनटेन रहती है. इसके अलावा रात में बंद कमरे में बोरसी या अंगीठी जलाकर कतई नहीं सोएं. इससे कमरे में कार्बन मोनो ऑक्साइड की मात्रा बढ़ जाती है. ये जहरीली होती है. इससे परेशानी बढ़ सकती है और सांस फूलने, खांसी, दम घुटने की आशंका रहती है. यदि कमरे बोरसी जला रहे हैं तो वेंटिलेशन की सुविधा होनी चाहिए. जिससे धुआं बाहर निकल जाए.

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Last Updated : Jan 7, 2022, 6:07 PM IST
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