नवादा: आज के इस आधुनिक जमाने में लोगों की सोच (Crime In Nawada) भी रूढ़िवादी है. खासकर बेटी के जन्म को लेकर. सरकार बेटी बचाव और बेटी पढ़ाओ का नारा चलाकर भले हीं बेटियों को जागरूक किया है. सरकार द्वारा बड़े स्तर पर बेटियों के लिए तमाम प्रयास किए जा रहे है लेकिन कुछ तुच्छ मानसिकता के लोगों के लिए बेटियां बोझ मानी जाती हैं. जिसको लेकर बेटी और उसको जन्म देनी वाली मां को कई तरह मुश्किलों से गुजरना पड़ता है. ऐसा हीं एक मामला नवादा से सामने आया है. जहां एक महिला की पहली डिलिवरी होने पर बच्ची ने जन्म लिया तो यह ससुरालवालों को नागवार गुजरा.
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पति ने पत्नी को घर से बाहर निकाला : पीड़िता के साथ पति कृष्णा साव, गोतनी बबिता देवी और भैसुर भोला साव शारीरिक और मानसिक अत्याचार करना शुरु कर दिए. बेटी पैदा होने पर पति, गोतनी और भैसुर ने विवाहिता को मारपीट कर घर से निकाल दिया. वहीं पीड़ित परिवार का कहना है कि थाना पुलिस से कई बार शिकायत के बाद कोई कार्रवाई नहीं हुई है. अंत में थक हारकर पीड़िता ने सपरिवार न्यायलय का शरण लिया है.
नवजात को मारने की फिराक में थे ससुरालवाले : जानकारी के मुताबिक पकरीवरवां थाना क्षेत्र के मोहन बिगहा के निवासी विनोद कुमार साह की पुत्री साह प्रिया का विवाह 26 अप्रैल 2021 को जिले के थाली थाना क्षेत्र के निवासी स्व. बाबू लाल साव के पुत्र कृष्ण साव से हिंदू रीतिरिवाज के साथ हुआ था. इस दौरान उसने एक बेटी को जन्म दिया. जिससे ससुराल वाले संतुष्ट नहीं थे. पीड़िता का कहना है कि बेटी पैदा होने पर उसके पिता कृष्णा साव और मायके वालों बच्ची को मारने के नमक चटाने लगे.
बेटी के जन्म से नाराज थे ससुरालवाले : विरोध करने पर पति समेत ससुरालजनों ने मारपीट करके घर से बाहर निकाल दिया. पीड़ित परिवार मासूम के साथ न्याय के लिए दर- दर की ठोकरें खा रहा है. पीड़िता ने आरोपी पति, गोतनी और भैसुर के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने और सभी को गिरफ्तार करने की मांग की है.