कोटा/नवादा: राजस्थान के बूंदी जिले में एक नाबालिग लड़की की शादी उसकी दोगुनी उम्र के युवक से कर देने का मामला सामने आया है, जिसमें लड़की के माता-पिता को भी उसके बेचकर शादी कर देने की जानकारी नहीं थी. लड़की बिहार के नवादा जिले की रहने वाली है.
बताया जाता है कि उसकी चचेरी बहन और जीजा ने ही नाबालिग का विवाह करवा दिया. इसके करीब 6 महीने बाद वह घर से भागकर बाहर निकली, तब इस पूरे मामले का खुलासा हुआ, जिसके बाद बाल कल्याण समिति कोटा ने बूंदी एसपी को इस संबंध में पॉक्सो एक्ट की धाराएं लगाकर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.
इस पूरे प्रकरण की जानकारी देते हुए बाल कल्याण समिति विमलचंद जैन ने बताया, पीड़ित लड़की को रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स स्टेशन से निराश्रित समझकर चाइल्ड लाइन को सौंपा था, जिसके बाद उसे बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया. जहां से लड़की को बालिका गृह में आश्रय दिलाया गया. साथ ही लड़की कुछ भी बताने की स्थिति में नहीं थी, वह ज्यादा पढ़ी-लिखी भी नहीं है. ऐसे में कुछ बता भी नहीं पा रही थी.
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लड़की को राजस्थान से नवादा भेजने की तैयारी ही की जा रही थी. इसके बाद जब उसके गर्भवती होने की जानकारी बाल कल्याण समिति को मिली. उसके बाद उससे पूरी पड़ताल दोबारा बाल कल्याण समिति के निर्देश पर काउंसलर ने की, तो मामला सामने आया कि उसकी चचेरी बहन और जीजा ने उसका एक दोगुनी उम्र के व्यक्ति के साथ विवाह कर दिया था.
इस संबंध में जानकारी उसके पिता और माता को भी नहीं थी. उसके पिता पंजाब में मजदूरी करते हैं, जबकि मां बिहार में ही रहती है. लड़की को यह विवाह भी मंजूर नहीं था. वहां पर उससे मजदूरी करवाई जाती थी. साथ ही मारपीट भी की जा रही थी और शारीरिक संबंध भी बनाए जा रहे थे. इससे परेशान होकर वह बूंदी से कोटा बस से पहुंची. बिहार जाने के लिए बस स्टेशन से रेलवे स्टेशन पहुंची थी, जहां पर आरपीएफ ने उसे रोक लिया. पीड़िता ने कहा, उसके ससुराल वाले उसके माता-पिता से बात भी नहीं करने देते थे.
डेढ़ महीने बालिका गृह में रहने के बाद गर्भवती होने का पता चला
बाल कल्याण समिति ने जनवरी महीने में लड़की को आश्रय दिलवाया था. तब उसका प्रेगनेंसी टेस्ट करवाया, जो कि निगेटिव आया था. लेकिन उसका प्रेगनेंसी टेस्ट मार्च में फिर करवाया, जो कि पॉजिटिव पाया गया. इसके बाद जब उससे पूरी पड़ताल की गई, तब मामले का खुलासा हुआ और उसके गर्भवती होने की बात सामने आई है. अब इस संबंध में बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष कनीज फातिमा, सदस्य अरुण भार्गव, मधु शर्मा, आबिद हुसैन अब्बासी और विमल चंद जैन ने बैठक के बाद बूंदी एसपी को निर्देशित किया है कि इस मामले में पॉक्सो एक्ट की धारा के तहत कार्रवाई की जाए.