नवादा: इंसान छोटी छोटी परेशानी में व्याकुल हो जाता है और कुछ भी करने या सही दिशा में सोचने की हिम्मत नहीं दिखा पाता. ऐसे लोगों के लिए नवादा की 10वीं की छात्रा काजल प्रेरणास्त्रोत बनी है. दरअसल काजल की मैट्रिक की परीक्षा चल रही है. लेकिन शुक्रवार की सुबह इसकी मां ने दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया. इसके बावजूद काजल ने हिम्मत दिखाई और मां की अर्थी को घर में छोड़कर परीक्षा केंद्र पहुंची. वाकई काजल ने काफी हिम्मत दिखायी लेकिन उसकी आंखें बता रही थीं कि आज एक बेटी कैसे और किन हालातों में एग्जाम देने पहुंची है.
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मां की मौत के बाद भी बेटी पहुंची परीक्षा देने: काजल की मां का नाम लालमुनि देवी है जो लंबे समय से बीमार चल रही थी. काजल के पिता गोरेलाल सिंह के साथ ही पूरे गांव के लोगों ने छात्रा की हिम्मत बढ़ायी ताकि वह एग्जाम दे सके और उसका पूरा साल और मेहनत बर्बाद ना हो. लोगों ने कहा कि उसकी मां भी यही चाहती थी कि काजल पढ़ लिखकर कुछ बने और परिवार का नाम रोशन करे. शुक्रवार 17 फरवरी को अंग्रेजी विषय की परीक्षा थी.
मम्मी पहले से बीमार थी. आज मौत हो गई. परीक्षा देने आए हैं.- काजल कुमारी, छात्रा
मेरे गांव मुरैना के गोरेलाल सिंह की पत्नी का देहांत हो गया. वहीं उनकी बेटी का सेकेंड सीटिंग में बोर्ड का एग्जाम था. लड़की ने परीक्षा देना उचित समझा. परीक्षा देने के बाद दाह संस्कार करेगी. लड़की के हिम्मत को हम सब सलाम करते हैं.- विनोद कुमार सिंह, मुरैना पंचायत के पूर्व मुखिया पति
मेरी सहेली काजल की मम्मी की मौत सुबह हो गई थी. काजल हिम्मत हार गई थी लेकिन हमलोगों ने समझाया जिसके बाद वह परीक्षा देने के लिए राजी हो गई. हमने कहा कि एक साल और इंतजार करना पड़ेगा.- मुस्कान कुमारी, काजल की सहेली