नालंदा (अस्थावां): जिले के बिंद प्रखंड के आंगनबाड़ी केंद्रों पर गोद भराई सह मतदाता हस्ताक्षर अभियान का आयोजन किया गया. सेविकाओं ने गर्भवती महिलाओं को चूड़ी, सिंदूर, बिंदी और फल देकर गोद भराई की. इस दौरान केन्द्रों पर मतदाताओं को जागरूक करने लिए मतदाता हस्ताक्षर अभियान चलाया गया.
कार्यक्रम में गांव की महिलाओं ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया. सीडीपीओ दर्शना कुमारी ने बच्चों को पोषक तत्व की जानकारी देते हुए कहा कि कुपोषण बीमारी नहीं है. यह बीमारी से भी खतरनाक है. लोग कम पोषण वाले आहार का सेवन कर रहे हैं. जिसके कारण बच्चे कुपोषण के शिकार हो जाते हैं. कुपोषण से निजात के लिए बच्चों को पूरक पोषाहार जरूरी है.
कुपोषण के कारण बढ़ रही बिमारियां
कुपोषण मिटाने के लिए समाज के सभी का सहयोग आवश्यक है. तभी इसे जड़ से मिटाया जा सकता है. कुपोषण से न सिर्फ बच्चों का शारीरिक विकास अवरूद्ध हो जाता है, बल्कि मानसिक विकास भी ठीक ढंग से नही हो पाता है. कुपोषण के कारण बच्चों में कई बीमारियां प्रभावी हो जाती हैं और जीवन कष्टकारी हो जाता है. गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार दिया जाए तो इससे बच्चों में रोग की संभावना कम हो जाती है. कार्यक्रम में वर्ग एक से आठ तक के बच्चों को संतुलित आहार के बारे मे जानकारी दी गई.
युवाओं और किशोरियों में बढ़ रहे एनीमिया के मामले
सीडीपीओ ने गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान खान-पान, टीकाकरण, प्रसव पूर्व जांच कराने की सलाह देते हुए कहा कि बढ़ती उम्र में संतुलित आहार आवश्यक है. कुपोषण के कारण युवाओं और किशोरियों में एनीमिया के मामले बढ़ रहे हैं. इसके कारण ही बौनेपन, नाटेपन, वजन कम होना जैसी बीमारियां बढ़ रही हैं. इससे बचने के लिए माताओं को जागरूक करना होगा. महिलाएं जब सजग और शिक्षित हो जाएंगी तो एनीमिया जैसे मामले खत्म हो जाएंगे. गर्भवती महिलाओं और किशोरियों को एनीमिया की जांच बराबर कराते रहना चाहिए. प्रथम गर्भ धारण करने वाली महिलाओं को मातृ वंदन योजना की भी जानकारी दी गई. इसके साथ ही शिक्षित महिलाओं को जागरूक कर प्रेरित करने की बात कही. मौके पर रूबी कुमारी, अनीषा सिन्हा, गीता कुमारी, रंजू कुमारी आदि मौजूद थी.