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रिश्वत के आरोपी सेवानिवृत्त इंजीनियर के घर को निगरानी विभाग ने किया सील - bribe

निगरानी विभाग ने रिश्वत लेने के आरोप में सेवानिवृत्त कनीय अभियंता सुखदेव महतो को वर्ष 2007 में कटिहार से गिरफ्तार किया था. इसके बाद इनके ऊपर निगरानी थाना कांड संख्या 76/ 2007 दर्ज किया गया था.

sukhdev mahato
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Published : Nov 27, 2019, 5:27 PM IST

नालंदा: निगरानी विभाग की विशेष अदालत के आदेश पर आय से अधिक संपत्ति के मामले में सेवानिवृत्त कनीय अभियंता के मकान को सील कर दिया गया है. ये मकान ग्रामीण कार्य विभाग के सेवानिवृत्त कनीय अभियंता सुखदेव महतो की पत्नी रंजना सिन्हा के नाम पर है.

जांच के बाद मकान को किया गया सील
अधिकारियों ने बिहारशरीफ के माही खंदक स्थित तीन मंजिला मकान को सील करने से पहले मकान की अच्छी तरह से जांच की. जांच के बाद मकान के अंदर मौजूद सभी सामानों का ब्यौरा तैयार किया. इसके बाद बिहारशरीफ के अंचल अधिकारी अरुण कुमार और विहार थाना इंस्पेक्टर दीपक कुमार के नेतृत्व में मकान को सील करने की प्रक्रिया को पूरी की गई.

अरुण कुमार, अंचल अधिकारी

क्या है पूरा मामला
बता दें कि सेवानिवृत्त कनीय अभियंता सुखदेव महतो नालंदा जिले के हरनौत थाना क्षेत्र के बसनियामा गांव के रहने वाले हैं. निगरानी विभाग ने रिश्वत लेने के आरोप में इन्हें वर्ष 2007 में कटिहार से गिरफ्तार किया था. इसके बाद इनके ऊपर निगरानी थाना कांड संख्या 76/ 2007 दर्ज किया गया था.

निगरानी विभाग के विशेष न्यायाधीश भागलपुर में कांफिसकेशन केस 1/2017 द्वारा आदेश पारित किया गया था. इसमें इनकी संपत्ति को खाली करने को कहा गया लेकिन स्वेच्छा से मकान को खाली नहीं किया गया. इसके बाद आज निगरानी के विशेष न्यायाधीश के आदेश पर मकान को सील कर दिया गया.

नालंदा: निगरानी विभाग की विशेष अदालत के आदेश पर आय से अधिक संपत्ति के मामले में सेवानिवृत्त कनीय अभियंता के मकान को सील कर दिया गया है. ये मकान ग्रामीण कार्य विभाग के सेवानिवृत्त कनीय अभियंता सुखदेव महतो की पत्नी रंजना सिन्हा के नाम पर है.

जांच के बाद मकान को किया गया सील
अधिकारियों ने बिहारशरीफ के माही खंदक स्थित तीन मंजिला मकान को सील करने से पहले मकान की अच्छी तरह से जांच की. जांच के बाद मकान के अंदर मौजूद सभी सामानों का ब्यौरा तैयार किया. इसके बाद बिहारशरीफ के अंचल अधिकारी अरुण कुमार और विहार थाना इंस्पेक्टर दीपक कुमार के नेतृत्व में मकान को सील करने की प्रक्रिया को पूरी की गई.

अरुण कुमार, अंचल अधिकारी

क्या है पूरा मामला
बता दें कि सेवानिवृत्त कनीय अभियंता सुखदेव महतो नालंदा जिले के हरनौत थाना क्षेत्र के बसनियामा गांव के रहने वाले हैं. निगरानी विभाग ने रिश्वत लेने के आरोप में इन्हें वर्ष 2007 में कटिहार से गिरफ्तार किया था. इसके बाद इनके ऊपर निगरानी थाना कांड संख्या 76/ 2007 दर्ज किया गया था.

निगरानी विभाग के विशेष न्यायाधीश भागलपुर में कांफिसकेशन केस 1/2017 द्वारा आदेश पारित किया गया था. इसमें इनकी संपत्ति को खाली करने को कहा गया लेकिन स्वेच्छा से मकान को खाली नहीं किया गया. इसके बाद आज निगरानी के विशेष न्यायाधीश के आदेश पर मकान को सील कर दिया गया.

Intro:नालंदा । निगरानी विभाग के विशेष अदालत के आदेश पर आज आय से अधिक संपत्ति के मामले में सेवानिवृत्त कनीय अभियंता के मकान को सील किया गया। ग्रामीण कार्य विभाग के सेवानिवृत्त कनीय अभियंता सुखदेव महतो की पत्नी रंजना सिन्हा के नाम से तीन मंजिला मकान को आज सील किया गया। बिहारशरीफ के अंचल अधिकारी अरुण कुमार एवं विहार थाना इंस्पेक्टर दीपक कुमार के नेतृत्व में मकान को सील करने की प्रक्रिया को पूरी की गई। अधिकारियों द्वारा बिहारशरीफ के माही खंदक पर स्थित तीन मंजिला मकान के सील करने के पूर्व मकान की अच्छी तरह से जांच की और जांच उपरांत मकान के अंदर मौजूद सभी सामानों का ब्यौरा तैयार किया तत्पश्चात मकान को सील करने की प्रक्रिया को पूरी की।


Body:मालूम हो कि सेवानिवृत्त कनीय अभियंता सुखदेव महतो नालंदा जिला के हरनौत थाना क्षेत्र के बसनियामा गांव के रहने वाले हैं। निगरानी विभाग द्वारा रिश्वत लेने के आरोप में इन्हें वर्ष 2007 में कटिहार से गिरफ्तार किया गया था जिसके बाद निगरानी थाना कांड संख्या 76/ 2007 दर्ज किया गया था। निगरानी की विशेष न्यायाधीश भागलपुर में कांफिसकेशन केस 1/2017 द्वारा आदेश पारित किया गया था इसमें इनकी संपत्ति को खाली करने को कहा गया लेकिन स्वेच्छा से मकान को खाली नहीं किया गया जिसके बाद आज निगरानी के विशेष न्यायाधीश के आदेश पर मकान को सील करने की प्रक्रिया को पूरी की गई।
बाइट। अरुण कुमार, अंचल अधिकारी, बिहारशरीफ


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