नालंदा: जिले में कोरोना का खतरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है. कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बेतहासा वृद्धि हो रही है. वहीं लोगों की मौतों का ग्राफ भी बढ़ता जा रहा है. नालंदा जिले के खुदागंज थाना क्षेत्र के बौरीडीह गांव में एक 12 वर्षीय बालक की मौत के बाद पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया.
मुख्य मार्ग पर शव को छोड़कर भागे लोग
बताया जाता है कि बालक बीती रात ही हैदराबाद से लौटा था. अचानक हुई मौत के बाद से लोगों में कोरोना से मौत होने की बात सामने आने लगी, जिसके बाद आनन-फानन में लोगों ने शव को मुख्य मार्ग पर ही छोड़ कर फरार हो गए. जानकारी के मुताबिक हैदराबाद से 6 लोग गुरुवार को गया आए थे, जिसमें 5 लोग सरवहदा थाना क्षेत्र के दरियापुर गांव का है. वहीं, एक व्यक्ति खुदागंज थाना क्षेत्र के बौरीडीह के रहने वाला था.
दरियापुर गांव का रहने वाला था मृतक
ऑटो पर सवार होकर सभी लोग दरियापुर गांव गए, जहां स्थानीय गांव वालों द्वारा सभी लोगों को गांव में प्रवेश करने नहीं दिया गया. इसके बाद सभी लोग चोरी छुपके रात्रि में बौरीडीह गांव चले आए. गांव में कुछ ही देर रुके ही थे कि अचानक 12 साल के बच्चे की मृत्यु हो गई. बच्चा गया जिला के दरियापुर गांव का रहने वाला था.
पूरे क्षेत्र में है दहशत का माहौल
घटना के बाद प्रशासन द्वारा आनन-फानन में स्वास्थ्य विभाग को इसकी सूचना दी गई. एंबुलेंस के माध्यम से शव को बिहार शरीफ सदर अस्पताल लाया गया, जहां कोरोना जांच का सैंपल लिया गया है. फिलहाल पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल बना हुआ है. मालूम हो कि 1 दिन पूर्व बिहार शरीफ के कोना सराय के रहने वाले आरजेडी नेता मजहर आलम की मौत पटना के एनएमसीएच में हो गई थी. जांच रिपोर्ट में उनकी मौत का कारण कोरोना पॉज़िटिव पाया गया है.