नालंदा: राज्य में अमूमन बसों में यात्री भेड़-बकरियों की तरह भरे रहते थे. लेकिन कोरोना काल में तस्वीर बदली नजर आ रही है. कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. जिससे लोग डरे हुए हैं. यह डर सार्वजिनक स्थानों पर साफ देखा जा सकता है. जहां बसों में पहले सीट से अधिक लोग रहते थे. अब पूरी बस खाली सड़कों पर दौड़ रही है.
बिहार में लॉकडाउन है बावजूद यात्रियों की सहूलियत के लिए बसों का परिचालन किया जा रहा है. लेकिन बसों पर यात्री नहीं के बराबर दिख रहे हैं. इतना ही नहीं पहले जो बसें अपने निर्धारित समय से खुल जाती थी, अब वह यात्रियों के लिए घंटों इंतजार करती नजर आ रही हैं.
वीरान पड़ा है बस स्टैंड
बिहार राज्य पथ परिवहन निगम का बिहार शरीफ स्थित बस स्टैंड आमदिनों में यात्रियों से गुलजार हुआ करता था. लेकिन आज यहां सन्नाटा पसरा हुआ है. बिहार शरीफ से पटना सहित राज्य के कई हिस्सों के लिए बसें खुलती हैं और बड़ी संख्या में यात्री अपने गंतव्य स्थान के लिए रवाना होते थे. लेकिन कोरोना महामारी के कारण यात्रियों की संख्या में काफी कमी हो गई है. हालात यह है कि बसों का डीजल खर्च और ड्राइवर खर्च तक नहीं निकल पा रहा है.
6 सितंबर तक लॉकडाउन
बता दें कि बिहार में कोरोना को लेकर 6 सितंबर तक लॉकडाउन लगाया गया है. लेकिन बसों के परिचालन की अनुमति दे दी गई है. जिसके बाद परिचालन शुरू तो हुआ लेकिन यात्रा को लेकर फिलहाल लोगों में कोई दिलचस्पी नहीं दिख रही है. कई लोग बहुत जरूरत होने पर बस की सवारी करने के बजाय खुद की गाड़ी या मोटरसाइकिल के माध्यम से यात्रा करना जरूरी समझ रहे हैं.