नालंदा: बिहार में शराबबंदी कानून (Liquor Ban In Bihar)लागू होने बावजूद नालंदा में जहरीली शराब पीने से (Nalanda Poisonous Liquor Case) 13 लोगों की मौत का मामला सामने आया है. इस मामले में 4 दिन बीत जाने के बावजूद मुख्य (Main Accused Absconding In Nalanda Liquor Case)आरोपी सुनीता समेत 3 आरोपी फरार हैं, हालांकि इलाके में पुलिस और उत्पाद विभाग के द्वारा 96 घंटों से लगातार (Search Operation Of Police In Nalanda) )छोटी पहाड़ी इलाके में कॉबिंग ऑपरेशन चलाया जा रहा लेकिन मामले में पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली है.
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वहीं, इस घटना के बाद लगातार राजश्व विभाग की टीम इलाके के सभी घरों को चिन्हित कर सर्वे करने का काम कर रही है. अब सवाल यह उठता है कि, पिछले कई सालों से छोटी पहाड़ी इलाके में बसे हजारों की संख्या में लोगों के घर कैसे इस घटना के बाद अवैध हो गए. जबकि, इन लोगों के घरों में बिजली, पानी, नगर निगम का होल्डिंग टैक्स के अलावा कई सुविधाएं व दस्तावेज दिए गए हैं. इस घटना के बाद सर्वे और घरों के आगे पुलिस के द्वारा इश्तेहार चिपकाए जाने के बाद लोगों में आक्रोश है.
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बता दें कि, राजस्व विभाग द्वारा की गई कार्रवाई के बाद आने वाले समय में घरों को तोड़ने के समय भी हंगामा तय माना जा रहा है. सभी 64 घरों के आगे लगाए गए इश्तेहार के बाद 15 दिनों के अंदर घरों को खाली करने का निर्देश भी जारी किया गया है. घर खाली नहीं करने पर प्रशासन द्वारा सभी घरों को तोड़ दिया जाएगा. फिलहाल इस शराब कांड के बाद इलाके के लोग खौफजदा हैं.
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