नालंदा: जिला अध्यक्ष रामसागर सिंह ने चुनाव समाप्ति के बाद बीजेपी के सात भाजपा नेताओं को पार्टी से निष्कासित कर दिया था. पूर्व प्रत्याशी कौशलेंद्र कुमार समेत सात को दल विरोधी कार्य के आरोप में पार्टी ने निष्कासित किया था. इस मामले में कौशलेंद्र कुमार का बयान सामने आया है.
पूर्व प्रत्याशी कौशलेंद्र कुमार ने कहा कि उनका निष्कासन पूरी तरह से अनैतिक और असंवैधानिक है. उन्होंने कहा कि वे बीजेपी के प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य हैं और उनका निष्कासन प्रदेश स्तरीय नेताओं द्वारा ही किया जा सकता है. जिला अध्यक्ष को निष्कासन का कोई अधिकार नहीं है. उनका कहना है कि उन्होंने पार्टी विरोधी कोई कार्य नहीं किया है. हालांकि उन्होंने माना कि एनडीए के लोकसभा प्रत्याशी कौशलेंद्र कुमार को लेकर अपनी बातें रखी थी.
क्या था पूरा मामला
मालूम हो कि सोशल मीडिया पर पूर्व प्रत्याशी द्वारा कई बार प्रत्याशियों को लेकर सवाल खड़े किए थे. जिसके बाद भाजपा जिलाध्यक्ष द्वारा दल विरोधी कार्य मानते हुए उनके सहित सात लोगों को पार्टी से निष्कासित कर दिया था. उन्होंने कहा कि आज भी उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह पर पूरी आस्था है और जीवन भर रहेगा. भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें एक पहचान दी और नालंदा से प्रत्याशी बनाने का काम किया था.