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नालंदा के पावापुरी मेडिकल कॉलेज के लिपिक से साइबर ठगी, एक लाख 55 हजार उड़ाए - नालंदा क्राइम न्यूज

नालंदा में साइबर ठगी (Cyber Fraud In Nalanda) का मामला सामने आया है. साइबरों ठगों ने पावापुरी मेडिकल कॉलेज के लिपिक के बैंक अकाउंट से एक लाख 55 हजार रुपये उड़ा लिए. मामले की शिकायत पीड़ित ने साइबर पुलिस में करायी है.

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Published : Dec 31, 2022, 10:01 PM IST

नालंदा: बिहार के नालंदा में साइबर अपराधियों (Cyber Crime In Nalanda) ने बैंक खाता से पैसा उड़ाने का नया तरीके ईजाद कर लिया है. बिना ओटीपी मांगे ही लोगों के बैंक अकाउंट खाली कर रहे हैं. ऐसे ही एक मामला सामने आया है. जिसमें पावापुरी मेडिकल कॉलेज (Pawapuri Medical College) के लिपिक के बैंक अकाउंट से साइबर ठगों ने एक लाख 55 हजार गायब कर (Cyber fraud with clerk of Pawapuri Medical College) दिए.

यह भी पढ़ें: साइबर ठगी का हॉटस्पॉट बना बिहार, साल 2022 में 74 करोड़ रुपये की ठगी

अकाउंट से सभी पैसे उड़ाए: पीड़ित अखिलेश कुमार ने बताया कि एक ऑनलाइन एप से कुछ दिन पहले एक समान खरीदा था, जो पसंद नहीं आने पर लौटा दिया था. उसी पैसे को रिफंड पाने के लिए गूगल से सर्च कर एप्लीकेशन का कस्टमर केयर का नंबर लिया. फिर उस नंबर पर कॉल करके बात किया. उन्होंने कुछ निर्देश दिया और कहा पैसा वापस आ जाएगा. इसके बाद कहा की पैसा आपके अकाउंट में ट्रांसफर हो चुका है.आप फोन के ऐप में जाकर चेक कर ले.

यह भी पढ़ें: बिहार में साइबर फ्रॉड के मामले 20 गुना बढ़े, एक्सपर्ट से जानिए बचने के उपाय

पीड़ित ने थाने में की शिकायत: इसी क्रम में साइबर अपराधियों ने पीड़ित के बैंक अकाउंट में जमा सारे पैसे उड़ा दिए. उन्होंने बताया कि साइबर ठगों ने उनसे इस दौरान कभी भी ओटीपी नहीं मांगा. इस कारण उन्हें कभी शक नहीं हुआ, फिर थोड़ी देर के बाद उनका अकाउंट जीरो बैलेंस हो गया. जिसके बाद उन्होंने पावापुरी थाने में लिखित आवेदन दिया है. पीड़ित ने बताया कि वह वैशाली जिला का रहने वाला है. वर्तमान में पावापुरी मेडिकल कॉलेज में लिपिक के पद पर कार्यरत है.

"एक ऑनलाइन एप से कुछ दिन पहले एक समान खरीदा था, जो पसंद नहीं आने पर लौटा दिया था. उसी पैसे को रिफंड पाने के लिए गूगल से सर्च कर एप्लीकेशन का कस्टमर केयर का नंबर लिया. फिर उस नंबर पर कॉल करके बात किया तो उन्होंने कहा कि पैसा वापस लौटा दिया गया. जब बैलेंस चेक किया तो अकाउंट खाली था" - अखिलेश कुमार, पीड़ित

नालंदा: बिहार के नालंदा में साइबर अपराधियों (Cyber Crime In Nalanda) ने बैंक खाता से पैसा उड़ाने का नया तरीके ईजाद कर लिया है. बिना ओटीपी मांगे ही लोगों के बैंक अकाउंट खाली कर रहे हैं. ऐसे ही एक मामला सामने आया है. जिसमें पावापुरी मेडिकल कॉलेज (Pawapuri Medical College) के लिपिक के बैंक अकाउंट से साइबर ठगों ने एक लाख 55 हजार गायब कर (Cyber fraud with clerk of Pawapuri Medical College) दिए.

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अकाउंट से सभी पैसे उड़ाए: पीड़ित अखिलेश कुमार ने बताया कि एक ऑनलाइन एप से कुछ दिन पहले एक समान खरीदा था, जो पसंद नहीं आने पर लौटा दिया था. उसी पैसे को रिफंड पाने के लिए गूगल से सर्च कर एप्लीकेशन का कस्टमर केयर का नंबर लिया. फिर उस नंबर पर कॉल करके बात किया. उन्होंने कुछ निर्देश दिया और कहा पैसा वापस आ जाएगा. इसके बाद कहा की पैसा आपके अकाउंट में ट्रांसफर हो चुका है.आप फोन के ऐप में जाकर चेक कर ले.

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पीड़ित ने थाने में की शिकायत: इसी क्रम में साइबर अपराधियों ने पीड़ित के बैंक अकाउंट में जमा सारे पैसे उड़ा दिए. उन्होंने बताया कि साइबर ठगों ने उनसे इस दौरान कभी भी ओटीपी नहीं मांगा. इस कारण उन्हें कभी शक नहीं हुआ, फिर थोड़ी देर के बाद उनका अकाउंट जीरो बैलेंस हो गया. जिसके बाद उन्होंने पावापुरी थाने में लिखित आवेदन दिया है. पीड़ित ने बताया कि वह वैशाली जिला का रहने वाला है. वर्तमान में पावापुरी मेडिकल कॉलेज में लिपिक के पद पर कार्यरत है.

"एक ऑनलाइन एप से कुछ दिन पहले एक समान खरीदा था, जो पसंद नहीं आने पर लौटा दिया था. उसी पैसे को रिफंड पाने के लिए गूगल से सर्च कर एप्लीकेशन का कस्टमर केयर का नंबर लिया. फिर उस नंबर पर कॉल करके बात किया तो उन्होंने कहा कि पैसा वापस लौटा दिया गया. जब बैलेंस चेक किया तो अकाउंट खाली था" - अखिलेश कुमार, पीड़ित

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