नालंदा:बिहार के राजगीर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) ने गंगा जल आपूर्ति की योजना (Ganga water supply Scheme) का उद्घाटन किया. वही योजना का शिलापपट्ट अनावरण करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा गंगाजल की योजना यहां अगर सफल रही तो पटना के लिए भी योजना को बनाएंगे. वहां तो 12 महीने गंगाजल उपलब्ध है. जलशोधन संयंत्र और क्लियर वाटर पंप हाउस का मुख्यमंत्री ने स्विच दबाकर उद्घाटन किया. वहीं गंगाजी राजगृह जलाशय का उद्घाटन करने के बाद सीएम नीतीश ने गंगा पूजन और गंगा आरती भी किया.
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डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी रहे मौजूद: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजगीर अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर पहुंचे. उन्होंने 4174 करोड़ रुपए की लागत से गंगा जल आपूर्ति योजना राजगीर का लोकार्पण किया. इस मौके पर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, मंत्री विजय चौधरी, जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, सांसद कौशलेंद्र कुमार, मुख्य सचिव अमीर सुभानी, सहित प्रदेश और देश के वरीय अधिकारी मौजूद रहे.
योजना सफल बनाने वाले अधिकारी हुए सम्मानित: मंच पर इस योजना को सफल बनाने वाले अधिकारी एवं कर्मियों को सम्मानित किया. इस दौरान डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ इस योजना को सफल बनाने में जुड़े कर्मी व यहां की जनता को धन्यवाद किया. साथ ही विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि ये जो लोग फिजूल की बातें करते हैं. उन्हें कहने दें, आप इनके कार्यों पर भरोसा करें.
नालंदा सांसद कौशलेंद्र कुमार ने अपने संबोधन में सरकार के कामों का बखान करते हुए उनके किसानों के लिए भी योजना की जरूरत है. इस दौरान मंत्री श्रवण कुमार ने अपने संबोधन में क्रियाकलापों का वर्णन किया. साथ ही कहा उन्होंने इस योजना की तारीफ़ करते हुए कहा कि इसकी मांग दूसरे प्रदेशों में भी चर्चा हो रही है.
''हमारा सौभाग्य है कि यह काम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संभव कर दिखाया. इसके साथ ही जल संसाधन मंत्री संजय झा ने 3 साल में कोविड काल के दौरान इस प्रोजेक्ट को कंप्लीट कर दिया. आज पूरा गंगा जल राजगीर के हर एक घरों में पहुंच गया है.'' - श्रवण कुमार, मंत्री
1.89 करोड़ लीटर गंगाजल की जायेगी आपूर्तिः चारों जिलों के 15 लाख लोगों को हर दिन 1.89 करोड़ लीटर गंगाजल मिलेगा प्रत्येक व्यक्ति पर 32000 की राशि सरकार खर्च कर रही है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट है और इसलिए योजना को लेकर मुख्यमंत्री लगातार समीक्षा करते रहे हैं. जल संसाधन विभाग गंगा जलापूर्ति योजना पर 2019 में काम करना शुरू किया था. गया में नवंबर के महीने में 2019 में कैबिनेट की बैठक हुई थी और उसी में इस योजना पर मुहर लगी थी. 3 साल में यह योजना बनकर तैयार हो चुकी है. ऐसे तो 2021 में ही इसे शुरू करने की तैयारी थी लेकिन कोरोना के कारण इसमें विलंब हुआ है. अब 27 नवंबर को राजगीर में घर-घर गंगाजल पहुंचाने की योजना की शुरुआत हो गई है.
"गंगाजल की योजना यहां अगर सफल रहे तो पटना में योजना को बनाएंगे. वहां तो 12 महीने गंगाजल उपलब्ध है." :- मुख्यमंत्री नीतीश कुमार
4 महीने स्टोर कर 12 महीने की जाएगी आपूर्तिः पटना के मोकामा के मरांची से 190 किलोमीटर पाइप के सहारे गंगाजल को राजगीर बोधगया गया और नवादा ले जाया गया है. इसके लिए बड़े पंप लगाए गए हैं गंगाजल को 4 महीने स्टोर कर 12 महीने आपूर्ति की जाएगी. राजगीर, बोधगया, गया और नवादा में 3 जलाशयों के माध्यम से पानी की आपूर्ति की जाएगी. गया, तेतर और अबगिलल्ला पहाड़तल्ली और राजगीर के घोड़ा कटोरा में जलाशय का निर्माण किया गया है. तेतर में 18.53 एमसीए यानी मिलियन क्यूबिक मीटर और अबगिलल्ला पहाड़तल्ली में 1.29 मिलियन क्यूबिक मीटर और राजगीर में घोड़ा कटोरा क्षेत्र में 9.81 मिलियन क्यूबिक मीटर की क्षमता का जलाशाय बनाया गया है.
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