मुजफ्फरपुर: जिले में बाढ़ की विभीषिका से काफी तबाही हो रही है. इसी बीच तिरहुत नहर का मेन बांध टूटने से और भी मुश्किलें बढ़ गई हैं. नहर का बांध टूटने के बाद तटबंध के दोनों तरफ बसे गांवों के लोग एक दूसरे पर बांध को तोड़ने का आरोप लगाते हुए आपस में ही जिला प्रशासन की मौजूदगी में भीड़ गए. दोनों पक्षों के बीच जमकर रोड़ेबाजी हुई.
बता दें कि ग्रामीणों के हिंसक झड़प को शांत करवाने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. वहीं, मुरौल प्रखंड के पिल्लखी पंचायत स्थित मोहम्मदपुर कोठी गांव के पास नहर का तटबंध टूटने से सकरा और मुरौल में हालात और भी बिगड़ गए हैं. जिला प्रशासन की ओर से राहत और बचाव कार्य किए जा रहे हैं.
गांव में पुलिस की तैनाती
नहर का तटबंध टूटने को लेकर डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि सोमवार की सुबह मोहम्मदपुर कोठी के पास तिरहुत नहर का दाहिना तटबंध टूटने की सूचना प्राप्त हुई. जिसके बाद मौके पर तकनीकी टीम को भेजा गया. साथ ही संबंधित अनुमंडल पदाधिकारी और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को भी जांच के लिए भेजा गया है. गांव में मारपीट और पथराव के कारण तनावपूर्ण स्थिति की सूचना मिलने के बाद वरीय पुलिस अधीक्षक को बांध का निरीक्षण करने के लिए भेजा गया है. फिलहाल वहां तनाव के हालात को देखते हुए बांध को खाली करवाकर वहां काफी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है.
फसल क्षतीपूर्ति का मिलेगा मुआवजा
इसके अलावे डीएम ने कहा कि नहर का बांध टूटने के कारण किसी भी तरह की कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है. हालांकि बाढ़ के कारण फसलें बर्बाद हुई है. पानी कम होने के बाद क्षति का आंकलन किया जा राहा. निरीक्षण के बाद किसानों को सरकारी सहायता उपलब्ध करवाई जाएगी.