मुजफ्फरपुर: बाढ़ की त्रासदी से जूझ रहे जिले की हालात तिरहुत बांध के टूटने से और बिगड़ गए. सबसे अधिक तबाही बूढ़ी गंडक नदी मचा रही है. बाढ़ का पानी नए इलाके में प्रवेश करने लगा है. बाढ़ से हालात बिगड़ते देख अब लोग सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं. लोग अपने मवेशी के साथ टबंधों पर शरण ले रहे हैं.
बता दें कि बीते रविवार को तिरहुत नहर का बड़ा हिस्सा टूट गया था. सोमवार को भी कई नए जगहों से बांध टूट गया. जिससे बाढ़ का पानी तेजी से कई निचले इलाके में फैल रहा है.
मुजफ्फरपुर-पूसा मुख्य मार्ग चढ़ा बाढ़ का पानी
तिरहुत बांध टूटने से पिलखी में मुजफ्फरपुर-पूसा मुख्य मार्ग पर भी पानी चढ़ गया. सड़क मार्ग पर बाढ़ का पानी सैलाब की तरह बह रहा है. जिस कारण इस मार्ग पर यातायात पूरी तरह से ठप हो चुका है. स्थानीय लोग एहतियात बरतते हुए जरूरत के सामान के साथ ऊंचे स्थान की ओर पलायन कर रहे हैं. इस दौरान लोगों में प्रसासन को लकेर भी काफी नाराजगी देखने को मिली. लोगों ने जिला प्रशासन पर लापरवाही और किसी तरह की मदद का इंतजाम नहीं करने का आरोप लगाया.
हजारों लोग हुए बेघर
गौरतलब है कि बूढ़ी गंडक नदी में उफान के कारण मुजफ्फरपुर के कई प्रखंड पानी से जलमग्न हो चुके हैं. हालात बिगड़ते देख लोग सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं. लोग ऊंचे तटबंधों पर शरण ले रहे हैं. बांध के भीतर बसे गांव के लोगों की परेशानी सबसे अधिक बढ़ी है. लगभग 14 पंचायत के लाखों की आबादी का प्रखंड और जिला मुख्यालय से सड़क संपर्क भंग हो चुका है. जिले के मुख्य मार्ग पर भी कई जगह बाढ़ का पानी बह रहा है.